Pune Station Name Change Demand: महाराष्ट्र में नाम बदलने की प्रक्रिया में अब पुणे स्टेशन की बारी भी आ सकती है. दरअसल, सोमवार (23 जून) को बीजेपी की राज्यसभा सांसद मेधा कुलकर्णी ने मांग की कि पुणे रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर थोरले बाजीराव पेशवा के नाम पर रखा जाए, जिन्हें ‘बाजीराव-I’ भी कहा जाता है.
बाजीराव-I सन् 1720 से 1740 के बीच छत्रपति शाहूजी महाराज के राज्य में प्रधान मंत्री थे. उन्हें अपनी सैन्य शक्ति के साथ-साथ मराठा साम्राज्य का विस्तार के लिए याद किया जाता है. इतिहास में यह बात दर्ज है कि थोरले बाजीराव पेशवा ने अपनी जिंदगी की कोई जंग नहीं हारी.
रेलवे डिवीजन की बैठक में चर्चान्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सोमवार (23 जून) को पुणे और सोलापुर रेलवे डिवीजन की बैठक बुलाई गई थी. इस दौरा कई संगठनों ने मांग की कि पुणे रेलवे स्टेशन का नाम थोरेल बाजीराव पेशवा के नाम पर रखा जाए. बीजेपी सांसद ने कहा कि उन्होंने इस मांग को दोहराया है.
‘पुणे का गौरवशाली इतिहास सबको पता हो’- बीजेपी सांसदसांसद मेधा कुलकर्णी ने कहा कि इस मांग के पीछे उनका मकसद है कि लोग पुणे के गौरवशाली इतिहास के बारे में जानें. उनका कहना है कि पुणे एक सांस्कृतिक और शैक्षणिक केंद्र है. यह आईटी इंडस्ट्री के लिए भी जाना जाता है, लेकिन यह जरूरी है कि पुणे समेत अन्य सभी शहरों और राज्यों के लोग भी इस शहर के इतिहास के बारे में समझें और जानें.
पेशवाओं से जुड़ा है पुणे का इतिहास दरअसल, पुणे शहर में छत्रपति शिवाजी महाराज और बाजीराव पेशवाओं का लंबा इतिहास रहा है. पुणे में शनिवार वाड़ा आज भी पेशवा परिवार के इतिहास का गवाह है. इसीलिए, पुणे की ऐतिहासिक विरासत का हवाला देते हुए सांसद ने मांग की है कि पुणे जंक्शन का नाम बदला जाए.
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अब बाजीराव पेशवा के सम्मान में रखा जाएगा पुणे रेलवे स्टेशन का नाम? BJP ने कर दी मांग
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