Amarnath Yatra 2025: खराब मौसम और बादल फटने की चेतावनी के बीच 8,600 से अधिक तीर्थयात्री सोमवार तड़के जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से बालटाल और पहलगाम मार्गों से वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा में शामिल होने के लिए रवाना हुए.
3 जुलाई को शुरू हुई 38 दिवसीय यात्रा के शुरू होने के बाद से 70,000 से अधिक तीर्थयात्री 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा मंदिर में पूजा-अर्चना कर चुके हैं.
अधिकारियों ने बताया कि 8,605 तीर्थयात्रियों का छठा जत्था – 6,486 पुरुष, 1,826 महिलाएं, 42 बच्चे और 251 साधु-साध्वियां – कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 3.30 बजे और 4.25 बजे यहां भगवती नगर आधार शिविर से 372 वाहनों में कश्मीर के जुड़वां आधार शिविरों के लिए रवाना हुए.
उन्होंने बताया कि 166 वाहनों में 3,486 तीर्थयात्रियों को लेकर पहला काफिला गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे छोटे लेकिन खड़ी चढ़ाई वाले बालटाल मार्ग के लिए रवाना हुआ, इसके बाद 206 वाहनों में 5,119 तीर्थयात्रियों का दूसरा काफिला अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग से यात्रा पर निकला.
बुधवार को जब उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 2 जुलाई को जम्मू में यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी, उसके बाद से यह तीर्थयात्रियों का सबसे बड़ा जत्था था. इसके साथ ही कुल 40,361 तीर्थयात्री जम्मू बेस कैंप से घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं.
मौके पर पंजीकरण के लिए काउंटरों पर भारी भीड़ है, अधिकारियों ने भीड़ को कम करने के लिए काउंटरों की संख्या के साथ-साथ दैनिक कोटा भी बढ़ा दिया है. देश के विभिन्न हिस्सों से 3,000 से अधिक श्रद्धालु पंजीकरण कराने के लिए जम्मू पहुंचे. अब तक 3.5 लाख से अधिक लोगों ने तीर्थयात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है.
जम्मू में 34 आवास केंद्र स्थापित किए गए हैं और तीर्थयात्रियों को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) टैग जारी किए जा रहे हैं. मौके पर पंजीकरण के लिए 12 काउंटर बनाए गए हैं. उन्होंने बताया कि लखनपुर से बनिहाल तक जम्मू क्षेत्र में विभिन्न आवास केंद्रों पर 50,000 से अधिक लोगों के लिए भोजन और ठहरने की सुविधा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है.
उन्होंने बताया कि इस उद्देश्य के लिए कुल 106 आवास केंद्र स्थापित किए गए हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस साल जम्मू संभाग में वार्षिक अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की कुल 180 कंपनियां तैनात की गई हैं, जो पिछले वर्षों की तुलना में 30 अधिक हैं.
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