Amarnath Yatra 2025 News: जम्मू कश्मीर के LG मनोज सिन्हा ने बुधवार (02 जुलाई) को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अमरनाथ तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को कश्मीर स्थित दो आधार शिविरों के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. 38 दिवसीय तीर्थयात्रा 3 जुलाई को घाटी से दो रूट से शुरू होगी. इस बीच जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि हम भगवान भोले शंकर से प्रार्थना करेंगे कि अगली बार हम इन तीर्थयात्रियों का स्वागत केंद्र शासित प्रदेश में नहीं बल्कि जम्मू कश्मीर स्टेट में करेंगे.
डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी ने कहा, ”ये महाराजा का वो जम्मू कश्मीर है, जहां पर पूरा स्टेट का दर्जा था लेकिन आज दिल में थोड़ा सा ठेस है कि अब जब हम इनका स्वागत कर रहे हैं तो एक केंद्रशासित प्रदेश (UT) में कर रहे हैं. थोड़ा सा है कि इनकी यात्रा लेट हुई. थोड़ा सा हमें लगा कि एलजी साहेब ने जम्मू में थोड़ी लंबी पूजा की. हमें खुशी है और पता चला कि एलजी साहब ने भगवान भोले शंकर से मांगा है कि जम्मू कश्मीर को जल्दी से जल्दी स्टेट का दर्ज मिले, इसलिए यात्रा थोड़ी सी लेट भी हो गई है.
#WATCH | Banihal | On Amarnath Yatra 2025, J&K Deputy CM Surinder Chaudhary says, “We will pray to Lord Bhola Shankar that next time we welcome these pilgrims to the state of J&K, not to a UT…””…We are here to welcome the pilgrims. The Security Forces and the Administration… pic.twitter.com/6spH89yq15
— ANI (@ANI) July 2, 2025
‘सुरक्षा बल और प्रशासन अपनी जिम्मेदारी निभा रहे’
उन्होंने आगे कहा, ”ऐसा हमें सुनने में आया है कि एलजी साहब ने आज जम्मू कश्मीर को स्टेट के दर्जे के लिए बड़ी जोर-शोर से पूजा की है. हम भी बाबा भोले से दुआ करेंगे कि जम्मू कश्मीर के लोगों के अरमान पूरे हों. ये जो देश और दुनिया से यात्री आए हैं, इनके अरमान पूरे हों, इनकी मुरादें बाबा भोले पूरी करें. हम तीर्थयात्रियों का स्वागत करने के लिए यहां हैं. सुरक्षा बल और प्रशासन अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं.”
‘जम्मू-कश्मीर में त्यौहार जैसा माहौल यहां की खूबसूरती’
जम्मू कश्मीर के उपमुख्यमंत्री ने ये भी कहा, ”आज हम जम्मू-कश्मीर में त्यौहार जैसा माहौल देख सकते हैं और यही जम्मू-कश्मीर की खूबसूरती है. आज हम जब बनिहाल में हम खड़े हैं तो यहां हिंदू भी है, मुसलमान और सिख भी हैं. यहां सभी समुदायों के लोग तीर्थयात्रियों का स्वागत कर रहे हैं. यही जम्मू कश्मीर की खूबसूरती और भाईचारा है. यही जम्मू कश्मीर की मेहमानबाजी है. देश और दुनिया में जिसके लिए जम्मू कश्मीर को जाना जाता है, यही से एक संदेश जाता है कि यहां का भाईचारा, जहां शेर और बकरी ने पानी पिया हुआ है. ये वो जम्मू कश्मीर है.
‘तीर्थयात्रियों के लिए पूरा बंदोबस्त किया गया’
उन्होंने दावा करते हुए कहा, ”जो चीजें जम्मू कश्मीर सरकार के हाथ में है चाहे वो सड़क है, पानी या फिर बिजली है, उसमें कहीं कोई लापरवाही नहीं होगी. जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला साहब ने भी अधिकारियों को इस बारे में निर्देश दे दिया था कि जो अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्री आएंगे उन्हें कहीं कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. अगर कोई कोताही करेगा तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी. पूरा बंदोबस्त किया गया है, चाहे वो सिक्योरिटी फोर्स हो या सिविल एडमिनिस्ट्रेशन हो, सारी व्यवस्थाएं की गई हैं. हमें अपने अधिकारियों पर पूरी उम्मीद और विश्वास है. हमेशा यात्रा कामयाब रही है और इस बार भी कामयाब रहेगी.
‘जम्मू कश्मीर के लोग बहुत बहादुर हैं’
डिप्टी सीएम ने ये भी कहा, ”जम्मू कश्मीर के लोग बहुत बहादुर हैं, हिंदुस्तान के लोग बहुत बहादुर हैं. ये कोई कहे कि गोले और बारूद से कोई हमें डरा लेगा तो हम इन चीजों से डरने वाले नहीं हैं. हम हमेशा इस देश के लिए खड़े हैं. ये बॉर्डर स्टेट है. यहां बॉर्डर पर हिंदुस्तान की रक्षा के लिए खड़े हैं. उमर अब्दुल्ला की सरकार एक देशभक्त सरकार है और हम हमेशा देश को मजबूत करने के लिए कदम उठाते हैं. जम्मू कश्मीर उतना ही प्यारा है जितना देश के बाकी के शहर हैं, इसलिए हम लोगों को ये दिखाने आए हैं कि जम्मू कश्मीर की इस यात्रा में कदम कदम पर हम साथ हैं. यात्री ये मत सोचें कि घर छोड़कर आएं हैं. आप घर छोड़कर आएं हैं तो ये आपका दूसरा घर है. ये आपका अपना घर ही है.
बनिहाल में लोकल ट्रांसपोर्ट को लेकर क्या कहा?
बनिहाल में लोकल ट्रांसपोर्ट पर प्रतिबंध के सवाल पर उन्होंने कहा, ”बनिहाल के लोकल मिले हैं, उन्होंने बताया कि ट्रांसपोर्ट पर प्रतिबंध लगाए हैं. मैं वापस जाकर मुख्यमंत्री साहब से मिलूंगा और उन्हें बताऊंगा. इन बातों पर चर्चा की जाएंगी क्योंकि यात्रा के साथ साथ कही कोई मरीज है, किसी का एग्जाम है, स्कूल-कॉलेज में जाना है, किसी को कुछ जरूरी काम है तो हम नहीं चाहेंगे कि इस दौरान उन्हें कहीं कोई तकलीफ हो. न यात्रियों को हो और ना ही जम्मू कश्मीर के स्थानीय लोगों को हो. इसके लिए मैं सीएम साहब के साथ बात को नोटिस में लाऊंगा और इसका हल भी निकालेंगे.