हाल ही में सिंगर अमाल मलिक ने अपने चाचा पर आरोप लगाए थे कि अनु मलिक उनके पिता डब्बू से फिल्में छीन लेते थे। इस पर अब डब्बू मलिक ने चुप्पी तोड़ी है दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में डब्बू मलिक ने कहा, इस बात में कोई दम नहीं है कि अनु जी ने मेरे खिलाफ काम किया या मेरी फिल्में छीन लीं। कॉम्पिटिशन तो होता है। एक आदमी जो उस लाइन का बड़ा से बड़ा आदमी भी है, वो अपनी काबिलियत और मुकाबले की भावना साबित करना चाहता है और किसी को क्या पता था कि एक दिन मैं भी फैमिली से एक और म्यूजिक डायरेक्टर बन जाएगा? मैं खुद इंडस्ट्री के लिए एक ‘गुगली’ था।
डब्बू मलिक ने ये भी कहा कि परिवार में बातें होती हैं, कभी-कभी मां-बाप की कही बातें बच्चों के मन में भर जाती हैं और वो अपनी समझ से उन्हें एक कहानी बना लेते हैं। डब्बू मलिक ने कहा, जब हम घर पर एक साथ बैठते हैं चाहे डाइनिंग टेबल पर हों, टीवी देख रहे हों या फिल्म तो कभी-कभी मां-बाप ऐसी बातें कह देते हैं, खासकर जब बच्चे छोटे होते हैं, जो जरूरी नहीं कि पूरी तरह सच हों। कई बार वो बातें काल्पनिक होती हैं या किसी पल की भावना में कही गई होती हैं जैसे, “उसने मेरे साथ ऐसा किया था” या “वो इंसान ऐसा है।” लेकिन बच्चे जब ये बातें सुनते हैं, तो वो उनके मन में गहराई से बस जाती हैं। आगे चलकर, 20 साल बाद, वे उन बातों को अपने हिसाब से प्रोसेस करते हैं और उन्होंने अपने मनगढंत कहानी बना ली होती है। डब्बू मलिक ने आगे कहा, जैसे अभी अमाल ने अनु भाई के बारे में जो बात कही उसकी कोई जरूरत नहीं थी। ये कहने की जरूरत नहीं थी कि उन्होंने मेरी पिक्चर छीन ली। कोई किसी से कुछ नहीं छीनता, ना कोई किसी को कोई बना सकता है, ना कोई किसी को बिगाड़ सकता है। डब्बू मलिक ने ये भी कहा कि साल 1999 में जब उन्होंने बतौर संगीतकार शुरुआत की थी, तब कुछ प्रोजेक्ट्स मिलने लगे और अच्छा म्यूजिक भी बनने लगा, लेकिन 2005-06 तक उन्हें यह एहसास हुआ कि वह उस लेवल की सफलता नहीं देख पा रहे, जिसकी उम्मीद थी। इसलिए उन्होंने करियर को लेकर कोई जबरदस्ती नहीं की। वहीं, अपने बेटों अमाल और अरमान की सफलता को लेकर डब्बू ने कहा, जो सपना मैंने देखा था, जो संकल्प लिया था, वो बिल्कुल वैसे ही पूरे हुए। ‘हीरो’ सुपरहिट हुई, ‘एयर लिफ्ट’ का म्यूजिक सुपरहिट रहा, ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’, ‘सूरज डूबा है’ जैसे गाने हिट हुए। एक के बाद एक फिल्में, गाने, अवॉर्ड्स, फिल्मफेयर… सब कुछ छह-सात सालों में मिल गया। ऐसा लगा जैसे किसी ने जादू की छड़ी घूमा दी हो। डब्बू मलिक ने आगे कहा, अपने बच्चों की सफलता को देखकर मुझे जो सुख, संतोष और आत्मसंतुष्टि मिली, उसने मेरी सारी पिछली असफलताओं को भुला दिया और उस दौर में भी, जब मेरे पास कुछ नहीं था, मैं कभी निराश नहीं हुआ। ना किसी को दोष दिया, ना किसी के खिलाफ बोला। वो मेरी फितरत ही नहीं है।
अमाल के अनु पर आरोप पर डब्बू ने चुप्पी तोड़ी:कहा- उसे ये कहने की जरूरत नहीं थी, कोई किसी का कुछ नहीं छीनता
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