पंजाब सरकार ने सड़कों पर बढ़ती भिखारियों की संख्या को गंभीरता से लेते हुए बड़ा कदम उठाया है। सरकार के आदेशों के बाद अमृतसर प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है। आज अमृतसर के गोल्डन गेट इलाके में घूम रहे कई भिखारियों और उनके बच्चों को हिरासत में लिया गया। इस कार्रवाई के दौरान प्रशासन और पुलिस ने विशेष रूप से उन भिखारियों को पकड़ा, जो छोटे बच्चों को साथ लेकर भीख मांग रहे थे। संदेह है कि इन बच्चों का शोषण किया जा सकता है या वे उनके असली परिजन नहीं हैं। ऐसे मामलों में बच्चों का डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा, ताकि यह पता चल सके कि वे सच में उनके माता-पिता हैं या नंहीं। पंजाब सरकार के सभी डिप्टी कमिश्नरों को दिए हैं आदेश पंजाब सरकार ने सड़कों पर भीख मांगते बच्चों को लेकर सख्त फैसला लिया है। सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसे बच्चों का डीएनए टेस्ट कराएं, जो संदेहास्पद परिस्थितियों में भीख मांगते देखे जाएं। शक है कि कई मामलों में ये बच्चे उनके माता-पिता के नहीं होते और मानव तस्करी या जबरन मजदूरी का शिकार हो सकते हैं। राज्य में निगरानी के लिए बनी 81 टीमें इस मुहिम के तहत राज्य में 81 टीमें बनाई गई हैं, जो 8 जिलों के हॉट स्पॉट्स पर निगरानी रखेंगी। सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास विभाग पुलिस के सहयोग से यह अभियान चलाया जा रहा है। डीएनए टेस्ट रिपोर्ट से यह पता चलेगा कि बच्चे और उनके साथ मौजूद वयस्कों के बीच जैविक संबंध है या नहीं। अगर कोई गड़बड़ी मिलती है तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अमृतसर में भिखारियों पर कार्रवाई शुरू:डीएनए के लिए माता-पिता, बच्चों को हिरासत में लिया; DNA मैच ना हुआ तो होगी कार्रवाई
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