पंजाब के अमृतसर जिले के भंडारी पुल पर वाल्मीकि समाज द्वारा पश्चिमी हलके के AAP विधायक के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। आरोप है कि विधायक ने वाल्मीकि तीर्थ स्थल पर अपनी पार्टी (आप) का चुनाव चिह्न ‘झाड़ू’ दर्शाते हुए पोस्टर लगाए थे, जिसे समाज ने अपनी धार्मिक भावनाओं के विरुद्ध बताया है। प्रदर्शन के दौरान वाल्मीकि संगठनों के नेताओं ने जसबीर संधू के पोस्टर फाड़े। जब पुलिस ने एक युवक लवप्रीत सिंह को हिरासत में लेने की कोशिश की, तो पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की हो गई। लवप्रीत सिंह ने कहा कि वह वाल्मीकि आश्रम से जुड़ा हुआ सेवादार है और संधू के पोस्टर को देखकर उसे गहरा आघात पहुंचा। जिसके चलते उसने गुस्से में पोस्टर फाड़ा। पुलिस ने तत्काल उसे हिरासत में ले लिया, जिससे गुस्सा और बढ़ गया। विधायक के खिलाफ FIR की मांग वाल्मीकि तीर्थ धूना साहिब ट्रस्ट के बाबा बलवंत नाथ और प्रमुख नेता जग्गू प्रधान ने मीडिया से कहा कि संधू द्वारा तीर्थ पर झाड़ू चिह्न लगाना पूरे दलित समाज का अपमान है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि संधू के खिलाफ बेअदबी की FIR दर्ज नहीं की गई, तो 20 जुलाई को संत समाज और संस्थाओं की बैठक के बाद 23 जुलाई को राज्यस्तरीय चक्का जाम किया जाएगा। हटाए गए विवादित पोस्टर एसपी सिटी हरपाल सिंह रंधावा ने बताया कि प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की है और विवादित पोस्टर हटा दिए गए हैं। बातचीत के बाद चार दिनों के लिए धरना स्थगित कर दिया गया है। रंधावा ने यह भी कहा कि पोस्टर लगाने का कोई जानबूझकर किया गया अपमान नहीं था।
अमृतसर में वाल्मीकि समाज का प्रदर्शन:AAP विधायक के खिलाफ एफआईआर की मांग; पुलिस आश्वासन के बाद 4 दिन के लिए धरना स्थगित
8