अमेरिका में जसवंत खालड़ा के नाम पर सरकारी स्कूल:1980-90 के बीच सिखों के खिलाफ हुए अत्याचारों को उठाया; दिलजीत बना चुके फिल्म

by Carbonmedia
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1980-90 के दशक में पंजाब में सिखों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने वाले जसवंत सिंह खालड़ा के नाम पर अमेरिका में पहला सरकारी स्कूल खोला गया है। इस स्कूल को सेंट्रल यूनिफाइड स्कूल डिस्ट्रिक्ट (CUCD) ने 5 महीने पहले मंजूरी दी थी। स्कूल के उद्घाटन समारोह में खालड़ा की पत्नी परमजीत कौर और बेटी नवकिरण कौर खालड़ा भी मौजूद रहीं। स्कूल प्रशासन ने बताया कि यह संस्थान बच्चों को केवल पढ़ाई नहीं, बल्कि मानवाधिकार, न्याय और साहस के मूल्यों की भी शिक्षा देगा। इस मौके पर बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग उपस्थित थे। उन्होंने जसवंत सिंह खालड़ा के बलिदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने की सराहना की। 6000 अवैध हिरासत में मारे गए सिखों की आवाज बने थे जसवंत सिंह खालड़ा उन हजारों सिख युवकों की आवाज़ बने, जिन्हें 1980-90 के दशक में पंजाब में अवैध हिरासत में लेकर मार दिया गया और उनके शवों का गुप्त रूप से श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उन्होंने अमृतसर के कई श्मशान घाटों का दौरा कर दस्तावेजी सबूत जुटाए, जिससे खुलासा हुआ कि लगभग 6,000 अज्ञात शवों का गुपचुप तरीके से दाह संस्कार हुआ था। खालड़ा ने यह जानकारी न सिर्फ देश में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी रखी, जिससे भारत के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर वैश्विक सवाल खड़े हुए। उनका साहस और संघर्ष आज भी मानवाधिकारों की लड़ाई में प्रेरणा बना हुआ है। 1995 में हत्या, सुप्रीम कोर्ट ने जांच CBI को दी 6 सितंबर 1995 को खालड़ा का उनके घर से अपहरण कर लिया गया। परिजनों का आरोप है कि पंजाब पुलिस ने हिरासत में लेकर उन्हें प्रताड़ित किया और मार डाला। लंबे समय तक एफआईआर न होने के बाद उनकी पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। अदालत के आदेश पर सीबीआई ने जांच की और चार पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराकर उम्रकैद की सजा दी गई। दिलजीत की फिल्म को रिलीज का इंतजार जसवंत सिंह खालड़ा के जीवन पर आधारित बायोपिक पंजाब 95 में दिलजीत दोसांझ ने उनका किरदार निभाया है। यह फिल्म पूरी तरह सच्ची घटनाओं और अदालत की कार्यवाही पर आधारित है, लेकिन सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रही है। खालड़ा का परिवार चाहता है कि फिल्म को बिना किसी कट के पास किया जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके।

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