आगरा डबल मर्डर, भाई- बेटा और दोस्त की खौफनाक साजिश का पर्दाफाश

by Carbonmedia
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उत्तर प्रदेश के आगरा में दो दिन पहले दो दोस्तों की बेहरमी से हत्या से सनसनी मच गयी थी. महज 24 घंटे में आगरा पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. जिसमें भाई ने ही सम्पत्ति बंटवारे के विवाद में भाई और उसके दोस्त की हत्या की थी. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल हथियार बरामद किए हैं.
बता दें कि आगरा के थाना किरावली क्षेत्र के गांव अरदाया के पास नहर किनारे 14 जुलाई  को दो शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थल का निरीक्षण किया तो दो शव बरामद हुए, जिनके शरीर पर गंभीर चोट के निशान थे. मृतकों की शिनाख्त कृष्णपाल (35) पुत्र लालाराम और नेत्रपाल (38) पुत्र चंद्रभान के रूप में हुई, जो गांव अरदाया के निवासी और घनिष्ठ मित्र थे.
मृतक कृष्णपाल के भाई अजयपाल ने 13 जुलाई को थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका भाई शाम 8 बजे सबमर्सिबल पंप बंद करने गया था और वापस नहीं लौटा. लेकिन पुलिस की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि गुमशुदगी की शिकायत करने वाला अजयपाल ही इस डबल मर्डर का मास्टरमाइंड था.
पुलिस का चौंकाने वाला खुलासा
आगरा पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए डीसीपी वेस्ट अतुल शर्मा के नेतृत्व में चार टीमें गठित कीं, जिनमें थाना पुलिस, एसओजी, और सर्विलांस शामिल थे. पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू की. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अजयपाल, उसके नाबालिग बेटे, और गांव के दो अन्य युवकों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में अजयपाल ने कबूल किया कि उसने पैतृक संपत्ति के बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद के चलते इस हत्याकांड की साजिश रची थी.
पंचायत में भी नहीं हुआ था फैसला
अजयपाल ने बताया कि संपत्ति बंटवारे को लेकर गांव में कई बार पंचायत हुई, लेकिन वह इसके फैसले से संतुष्ट नहीं था. उसने अपने नाबालिग बेटे और दो अन्य साथियों को पैसे का लालच देकर साजिश में शामिल किया. हत्याकांड को अंजाम देने के लिए पहले कृष्णपाल पर गोली चलाई गई, लेकिन जब वह बच गया तो लोहे की रॉड से उस पर हमला किया गया, इस दौरान कृष्णपाल का दोस्त नेत्रपाल भी मौके पर था, जिसकी भी हत्या कर दी गई.
पुलिस ने बरामद किए हथियार
पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल, कारतूस, और लोहे की रॉड बरामद कर ली है. घटनास्थल से 150 मीटर दूर कृष्णपाल की बाइक भी मिली, जो साजिश का हिस्सा थी. डीसीपी वेस्ट अतुल शर्मा ने बताया कि यह हत्याकांड संपत्ति विवाद के चलते अंजाम दिया गया. अजयपाल ने अपने भाई की गुमशुदगी की झूठी शिकायत दर्ज कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी.

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