आजमा लें माधवन की ये 3 देसी हैबिट्स, सिर्फ 21 दिन में ग्लो करेगा फेस

by Carbonmedia
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एक्टर आर माधवन ने अपनी फिटनेस और यंग लुक का राज शेयर किया है, जिससे उनके फैन्स काफी इंस्पायर हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि अपनी बॉडी में बड़ा बदलाव लाने के लिए उन्हें न तो जिम की जरूरत पड़ी, न ही किसी सर्जरी या दवा की. सिर्फ 21 दिनों में उन्होंने अपनी कुछ ट्रेडिशनल हैबिट्स और सिंपल लाइफस्टाइल को अपनाकर यह शानदार ट्रांसफॉर्मेशन हासिल किया.
माधवन ने अपने सीक्रेट्स बताते हुए कहा कि वह घर का बना फ्रेश और सादा खाना खाते हैं और इंटरमिटेंट फास्टिंग जैसी आदतों को फॉलो करते हैं. वह रात का खाना जल्दी खा लेते हैं और सोने से पहले फोन या टीवी से दूर रहते हैं. माधवन का यह तरीका साबित करता है कि महंगे जिम रूटीन या एक्सट्रीम डाइट के बिना भी हेल्दी और फिट रहा जा सकता है. बस जरूरत है तो कुछ सिंपल और नेचुरल आदतों को अपनाने की.
माधवन की ट्रेडिशनल हैबिट्स और नेचुरल तरीका
माधवन ने बताया कि उनकी फिटनेस और जवां दिखने का राज बचपन से ही अपनाई गई उनकी कुछ खास आदतें हैं. उन्होंने कहा कि उनका रूटीन बेहद सरल है, जिसमें घर का बना ताजा खाना, नारियल तेल का नियमित उपयोग और सप्ताह में एक बार तेल से स्नान करना शामिल है. माधवन का मानना है कि इन पारंपरिक और प्राकृतिक तरीकों से ही उन्हें बिना किसी आधुनिक जिम या सर्जरी के खुद को फिट रखने में मदद मिली है.

स्किनकेयर: वह हर संडे को ऑयल बाथ (तिल के तेल से) करते हैं. बाकी दिनों में कोकोनट ऑयल लगाते हैं. उनका मानना है कि मॉर्निंग सन और क्लीन लाइफस्टाइल ने उनकी स्किन को यंग और रिंकल-फ्री रखा है.
खाने की आदतें: उन्हें हमेशा फ्रेश और होममेड फूड पसंद है. उन्हें फास्ट फूड, पैकेज्ड आइटम्स और रीहीटेड फूड पसंद नहीं है. वह अपनी मां के हाथों से बना खाना जैसे दाल, सब्जी और चावल ही खाते हैं.
बॉडी की सुनें: माधवन टाइम देखकर नहीं, बल्कि भूख फील होने पर ही खाते हैं. वह इस आदत को खुद को यंग और हैप्पी रखने का क्रेडिट देते हैं. वह फ्राइड फूड और अल्कोहल से भी दूर रहते हैं. 

माधवन का 21 डेज का 8 पॉइंट रूटीन
माधवन ने बताया कि अपनी डाइट और रूटीन में डिसिप्लिन लाकर ही उन्होंने 21 दिनों में खुद को बदला. उनका 8 पॉइंट रूटीन इस तरह है.

इंटरमिटेंट फास्टिंग: उन्होंने टाइम-रिस्ट्रिक्टेड ईटिंग को फॉलो किया.
खाने को अच्छी तरह चबाना: उन्होंने हर बाइट को 45-60 टाइम्स चबाया, जिससे डाइजेशन बेहतर हुआ और ओवरईटिंग से बचे.
मॉर्निंग वॉक: उन्होंने इंटेंस वर्कआउट के बजाय रोज लंबी वॉक की.
दोपहर 3 बजे के बाद रॉ फूड नहीं: बेहतर डाइजेशन के लिए उन्होंने शाम को कच्चे फ्रूट्स और सलाद से परहेज किया.
शाम 6:45 बजे से पहले लास्ट मील: रात का डिनर जल्दी खाकर उन्होंने बॉडी को सोने से पहले डाइजेस्ट करने का टाइम दिया.
सोने से पहले स्क्रीन टाइम नहीं: अच्छी स्लीप के लिए वह सोने से कम से कम 90 मिनट पहले स्क्रीन से दूर रहते थे.
खूब सारा फ्लूइड पीना: हाइड्रेशन उनके रूटीन का एक इंपॉर्टेंट पार्ट रहा.
सिंपल और डाइजेस्ट होने वाला फूड: उनके खाने में बिना किसी प्रोसेस्ड या आर्टिफिशियल इंग्रीडिएंट्स के सिंपल और पका हुआ खाना शामिल था.

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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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