Jammu Kashmir News: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की कमर तोड़ने के बाद अब जम्मू कश्मीर में आतंकियों और उनके समर्थकों के नापाक मंसूबों को नाकाम करने की दिशा में राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. अब इसमें पूर्व सैनिक अहम भूमिका निभाएंगे.
जम्मू कश्मीर सरकार ने प्रदेश में सामरिक और विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण इमारतों और स्थापनाओं की सुरक्षा का जिम्मा 4,000 पूर्व सैनिकों को सौंपने का फैसला किया है.
पूर्व सैनिकों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा
इस सिलसिले में जम्मू कश्मीर सैनिक बोर्ड ने पूर्व सैनिकों का एक डेटाबेस भी तैयार कर दिया है ताकि उन्हें जरूरत पड़ने पर प्रदेश में कहीं भी तैनात किया जा सके. दरअसल, एबीपी न्यूज़ को सूत्रों ने बताया है कि ऑपरेशन सिंदूर में मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान समर्थित आतंकी जम्मू कश्मीर में सामरिक और विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण इमारतों यह इन्स्टॉलेशन को निशाना बना सकते हैं.
इंस्टालेशन की सुरक्षा का जिम्मा पूर्व सैनिकों पर
ऐसे में में इंस्टालेशन की सिक्योरिटी ऑडिट करने के बाद जम्मू कश्मीर सरकार ने यह फैसला लिया है कि प्रदेश में इंस्टालेशन की सुरक्षा का जिम्मा पूर्व सैनिकों को दिया जाएगा. जिला सैनिक बोर्ड मानता है कि इन इंस्टालेशन की सुरक्षा का जिम्मा पूर्व सैनिक बेहतर ढंग से निभा सकते हैं.
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता से गदगद जम्मू कश्मीर के पूर्व सैनिक अब इस नई ड्यूटी के लिए तैयार हैं. पाकिस्तान के मंसूबों का जवाब देने के लिए पूर्व सैनिक बड़ी संख्या में अपने आप को रजिस्टर करने के लिए आगे आ रहे हैं और देश के लिए कुछ कर गुजरने को तैयार है. जम्मू कश्मीर के विभिन्न विटल इंस्टालेशन की सुरक्षा के लिए इन पूर्व सैनिकों को जम्मू कश्मीर के किसी भी जिले में तैनात किया जा सकता है.
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