आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर चरखी दादरी लघु सचिवालय में प्रदर्शनी लगाई गई। लोकतंत्र के अंधकार युग के रूप में याद करते हुए आपातकाल के पीडि़तों को श्रद्धांजलि व सम्मान देते हुए सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग हरियाणा द्वारा इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें स्लाइड्स के माध्यम से आपातकाल में लोकतंत्र पर हुए प्रहार से जुड़ी विभिन्न घटनाओं के संस्मरण को प्रदर्शित किया गया है। सीटीएम ने किया शुभारंभ
प्रदर्शनी का शुभारंभ सीटीएम जितेन्द्र कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस प्रयास के माध्यम से युवा पीढ़ी को वर्ष 1975 में आपातकाल लागू करने के उपरांत देश में उपजे हालातों के बारे में सटीक जानकारी मिलेगी। साथ ही लोकतंत्र को पुन:स्थापित करने व संविधान की मर्यादा को बचाने वाले सत्याग्रहियों के संघर्ष के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। उन्होंने लोकतंत्र के सत्याग्रहियों को नमन करते हुए कहा कि भारत में संविधान की रक्षा के लिए आपके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। विभिन्न घटनाओं को किया गया प्रदर्शित
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी संदीप हुड्डा ने बताया कि इस प्रदर्शनी में सत्याग्रहियों के संघर्ष, प्रेस पर सेंसरशिप, नागरिक अधिकारों का हनन, संवैधानिक ढांचे पर हमला और मूल्यों का हनन, जन आंदोलन, वरिष्ठ नेताओं विशेषकर भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी, स्व. चंद्रशेखर, पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी आदि को जेलों में बंद करना, रचनात्मकता पर रोक आदि घटनाओं को स्लाइड के माध्यम से प्रदर्शित गया है। बाढड़ा में भी आयोजित की गई प्रदर्शनी
इस प्रदर्शनी का उद्देश्य विशेषकर युवाओं को उस दौर की सच्चाई से अवगत कराना और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना रहा। जिला मुख्यालय सहित यह प्रदर्शनी बाढड़ा उपमंडल में महिला महाविद्यालय में भी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को 50 वर्ष पहले जनता को संवैधानिक अधिकारों से वंचित करने की घटना को जानने का अवसर मिल रहा है।
आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर दादरी में प्रदर्शनी:विभिन्न घटनाओं के संस्मरण को किया प्रदर्शित,सीटीएम ने किया शुभारंभ
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