भास्कर न्यूज | लुधियाना पूर्व सांसद और भाजपा नेता सुशील कुमार रिंकू ने आम आदमी पार्टी (आप) पर दलित विरोधी मानसिकता का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मार्च 2022 में सरकार बनने के बाद से ही केजरीवाल सरकार ने दलितों के साथ किए वादों को भुला दिया। लुधियाना भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान रिंकू ने कहा कि चुनाव से पहले आप ने पंजाब में दलित उपमुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था, लेकिन साढ़े तीन साल बाद भी यह वादा अधूरा है। रिंकू ने आरोप लगाया कि आप सरकार ने दलितों के खिलाफ झूठे केस और अत्याचारों की जांच के लिए विशेष एसआईटी गठित करने की घोषणा भी की थी, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने हाल ही में लाए गए बेअदबी कानून को भी राजनीति से प्रेरित बताया। रिंकू ने कहा कि साढ़े तीन साल तक सरकार को इस कानून की जरूरत नहीं लगी और अब जब चुनाव नजदीक हैं, तो इसे लाया गया है। उन्होंने कहा कि यह कानून पक्षपातपूर्ण है, क्योंकि इसमें कुछ धर्मों के ग्रंथों को ही शामिल किया गया है, जबकि बौद्ध, जैन और पारसी धर्मग्रंथों की अनदेखी की गई है। यह धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा देता है और कानून के समता सिद्धांत का उल्लंघन करता है। रिंकू ने कहा कि यह कानून पंजाब की सांस्कृतिक और लोक परंपराओं की भी उपेक्षा करता है। इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष रजनीश धीमान, वरिष्ठ नेता डॉ. डी. खोसला, जिला महामंत्री यशपाल जनोत्रा, उपाध्यक्ष डॉ. निर्मल नय्यर, एससी मोर्चा अध्यक्ष अजय पाल दिसावर, जिला प्रेस सचिव डॉ. सतीश कुमार और एससी मोर्चा के जिला महामंत्री विजय खटक भी मौजूद रहे।
आप ने दलितों से किए वादे नहीं निभाए, बेअदबी कानून भी पक्षपातपूर्ण: सुशील
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