पंजाब के लुधियाना में हुए उप-चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद वर्किंग कमेटी के पद से प्रधान भारत भूषण आशू, उप-प्रधान विधायक प्रगट सिंह और किक्की ढिल्लों ने हाईकमान को इस्तीफा भेज दिया था। तीनों नेताओं ने हार की जिम्मेवारी ली और हाईकमान को इस्तीफा भेजा था। आज शाम प्रदेश कांग्रेस प्रभारी भूपेश बघेल ने उनके इस्तीफे मंजूरी की जानकारी सांझा की। गुटबाजी के कारण कांग्रेस हारी उप-चुनाव सीट यहां वर्णनीय है कि लुधियाना उप-चुनाव में कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर लोगों के सामने आ गई जिस कारण कांग्रेस को यह सीट गवानी पड़ी। कांग्रेस के उम्मीदवार भारत भूषण आशू और प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का छत्तीस का आंकड़ा इस समय चल रहा है। आशू 10,637 हजार से अधिक वोटों से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा से हारे है। आशू ने मीडिया के समक्ष खुलकर कहा है कि प्रत्येक कांग्रेसी को इस चुनाव में पार्टी का साथ देना चाहिए था लेकिन अब यदि कुछ लोग प्रचार के लिए निमंत्रण की प्रतीक्षा में है तो ये उनकी अपनी सोच है। ये मेरी शादी का समारोह नहीं था कि मैं हर एक को न्योता दूं। कांग्रेस पार्टी सभी वर्करों की पार्टी है।
आशू,प्रगट और किक्की का इस्तीफा हुआ मंजूर:कांग्रेस की गुटबाजी के कारण हुई उप-चुनाव में हार,नेताओं ने ली थी जिम्मेवारी
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