कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की अध्यक्षता में विपक्षी INDIA ब्लॉक के 300 सांसद सोमवार को राजधानी दिल्ली में संसद भवन से चुनाव आयोग के दफ्तर तक पैदल मार्च करेंगे. मार्च में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी समेत 25 से ज्यादा दलों के नेता शामिल होंगे. यह मार्च सुबह 11:30 बजे संसद भवन के मकर द्वार से शुरू होकर परिवहन भवन होते हुए चुनाव आयोग तक जाएगा. सांसदों के लिए रात के खाने का भी इंतजाम मल्लिकार्जुन खरगे ने किया है.
‘वोट चोरी’ का आरोप और वेब पोर्टलराहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर ‘वोट चोरी’ में बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए एक वेब पोर्टल (votechori.in/ecdemand) लॉन्च किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “वोट चोरी करना लोकतंत्र के खिलाफ है. एक व्यक्ति, एक वोट के सिद्धांत पर हमला हो रहा है. स्वच्छ मतदाता सूची स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए जरूरी है.”राहुल ने दो मांगें रखी हैं – डिजिटल वोटर लिस्ट सार्वजनिक की जाए और पारदर्शिता लाई जाए ताकि जनता और राजनीतिक दल डेटा का ऑडिट कर सकें. उन्होंने लोगों से पोर्टल पर रजिस्टर कर समर्थन करने की अपील की और कहा कि यह लोकतंत्र बचाने की लड़ाई है.
कर्नाटक में ‘फर्जी वोट’ का दावाकांग्रेस ने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 फर्जी वोट मिलने का दावा किया. आरोपों के अनुसार:
11,965 डुप्लीकेट वोटर
40,009 फर्जी/अमान्य पते (जिनमें 30,000 से अधिक ‘0’, ’00’, ”, ” जैसे थे)
10,452 बल्क वोटर (एक पते पर कई मतदाता)
4,132 अमान्य फोटो वाले वोटर
33,692 नए वोटर जिन्होंने फॉर्म6 का दुरुपयोग किया
चुनाव आयोग और बीजेपी की प्रतिक्रियाचुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वे आरोपों के समर्थन में शपथ पत्र दें या देश से माफी मांगें. आयोग ने इन्हें “पुरानी बोतल में नई शराब” करार दिया और कहा कि एक ही नाम या पते पर कई वोटर होने की बात गलत है.बीजेपी ने भी राहुल पर संवैधानिक संस्थाओं को धमकाने और झूठ फैलाने का आरोप लगाया, साथ ही इसे हार से पहले की बौखलाहट बताया.
बिहार चुनाव से पहले बढ़ी सियासी गर्मीबिहार में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में विपक्षी एकजुटता को अहम माना जा रहा है. कांग्रेस और आरजेडी ने बिहार में लागू SIR प्रक्रिया का विरोध किया है. तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर हेराफेरी हो रही है और उनका नाम तक हटा दिया गया. आरजेडी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर पारदर्शिता और निष्पक्षता की मांग की. कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और अन्य नेताओं ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया.
आयोग का बयान और विपक्ष का विरोधचुनाव आयोग के मुताबिक, 1 से 10 अगस्त तक किसी भी राजनीतिक दल ने औपचारिक आपत्ति दर्ज नहीं कराई, जबकि विपक्ष का कहना है कि करोड़ों मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए हैं, जिससे मताधिकार प्रभावित हो सकता है. विरोध प्रदर्शन लगातार जारी हैं.