Israel Iran Conflict: ईरान-इजरायल युद्ध पर शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास की प्रतिक्रिया सामने आई हैं. उन्होंने इज़राइल के हमले का सख्त विरोध किया और कहा कि इस्लाम को बदनाम करने के लिए बार क्लब और जुए के अड्डे खोलना तो आसान हैं लेकिन इस्लाम का दिफा करना बहुत मुश्किल है. जो सिर्फ ईरान कर रहा है. उन्होंने अमेरिका और इजरायल को इंसानियत का दुश्मन बताया.
मौलाना यासूब ने कहा कि “मैं ईरान पर इजरायल द्वारा किए गए दहशतगर्दाना हमले का सख़्त विरोध करता हूं. इजरायल द्वारा ईरान पर किए गए हमले के पीछे पूरी तरह से शैतान अमेरिका का हाथ है क्योंकि, इजरायल और अमेरिका दोनों हमेशा से ईरान व इंसानियत के दुश्मन रहे हैं. मैं उन इस्लामी मालिक का भी विरोध करता हूं जो इस इंसानियत की जंग में ईरान का साथ ना देकर अमेरिका और इजरायल का साथ दे रहे हैं.”
उन्होंने कहां कि “मैं उनसे यह कहना चाहता हूं कि इस्लाम मजहब को बदनाम करने के लिए बार, क्लब, और जुए के अड्डे खोलना तो बहुत आसान है लेकिन मजहब ए इस्लाम का दिफ़ा करना बहुत मुश्किल है जो सिर्फ अकेले दम पर आज ईरान कर रहा है.” मौलाना यासूब ने इस युद्ध में ईरान का साथ नहीं देने वालों पर भी सवाल खड़े किए हैं.
इजरायल-ईरान के बीच बढ़ा तनावइजरायल-ईरान के तनाव के बीच इजरायल ने ईरान पर हमला कर दिया था और जिनमें तेहरान के सैन्य नेटवर्क और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया गया था. जिसके बाद शुक्रवार की रात ईरान की ओर से भी जबरदस्त पलटवार किया गया. ईरान ने तेल अवीव के आसपास कम से कम सात जगहों पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. ईरान ने इन हमलों में 78 लोगों की मौत और 329 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है. जबकि इज़राइल ने 20 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है.
इस हमले के बाद मिडिल ईस्ट में जबरदस्त तनाव बढ़ गया है. इजरायल के रक्षा मंत्री ने चेतावनी दी है कि ईरान को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने कहा कि इजरायल को इसका सख्त जवाब मिलेगा. इजरायली पीएम नेतन्याहू ने ईरान की जनता से अपने नेताओं के खिलाफ खड़े होने की अपील की है.ू
‘इजरायल-अमेरिका इंसानियत के दुश्मन…’, ईरान पर हुए हमले से भड़के शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास
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