UP News: उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहयोगी संत सिंह यादव के साथ हुई मारपीट और अपमान की घटना की जांच में नया मोड़ आया है. मामले की जांच के लिए गठित झांसी पुलिस की विशेष टीम को औरैया के अछल्दा में मुकुट मणि के घर पर ताला लटका मिला. स्थानीय लोगों के अनुसार, मुकुट मणि और उनका परिवार पिछले चार वर्षों से अछल्दा में किराए के मकान में रह रहा था, लेकिन एफआईआर दर्ज होने के बाद से उनका परिवार घर खाली कर चला गया है.
दरअसल इटावा में 21 जून को हुई इस घटना ने जातिगत विवाद का रूप ले लिया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाते हुए मामले की जांच इटावा पुलिस से हटाकर झांसी पुलिस को सौंप दी. झांसी के पूंछ थाना प्रभारी जेपी पाल जांच टीम के साथ पहुंचे. जांच टीम ने इटावा और अछल्दा पहुंचकर तथ्य जुटाने शुरू किए, लेकिन मुकुट मणि के घर पर ताला लटका होने से जांच टीम को मुश्किल हुई.
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स्थानीय लोगों से पूछताछ
झांसी पुलिस की टीम ने अछल्दा में मुकुट मणि के किराए के मकान का दौरा किया, जहां उन्हें कोई नहीं मिला. स्थानीय निवासियों ने बताया कि मुकुट मणि और उनका परिवार घटना के बाद से घर छोड़कर चला गया है. पुलिस ने आसपास के लोगों से बातचीत कर तथ्यों को इकट्ठा किया और बयान दर्ज किए.
संत सिंह यादव के परिवार ने लगाई न्याय की गुहार
वहीं, दूसरे कथावाचक संत सिंह यादव की पत्नी और बेटी अंजली यादव ने गांव में रहते हुए पुलिस और मीडिया से बात की. अंजली ने कहा कि मेरे पिता के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया. यह बहुत गलत है. हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की मांग करते हैं. संत सिंह की पत्नी ने भी अपने पति को निर्दोष बताते हुए कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है और वे सरकार से इंसाफ चाहती हैं.
ये था पूरा मामला
21 जून को इटावा के दादरपुर गांव में आयोजित भागवत कथा के दौरान मुकुट मणि यादव और संत सिंह यादव पर कुछ लोगों ने मारपीट और अपमान का आरोप लगाया. आरोप है कि कथावाचकों का सिर मुंडवाया गया, चोटी काटी गई और एक महिला के पैरों पर नाक रगड़वाने को मजबूर किया गया. इसके बाद वायरल हुए वीडियो ने मामले को तूल दे दिया। समाजवादी पार्टी ने इस घटना को सत्ता संरक्षित दबंगों की करतूत करार देते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा.वहीं, यजमान जयप्रकाश तिवारी और उनकी पत्नी रेणु तिवारी ने कथावाचकों पर छेड़छाड़ और फर्जी आधार कार्ड के जरिए अपनी जाति छिपाने का आरोप लगाया. पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. मुकुट मणि और संत सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी और धार्मिक भावनाएं आहत करने का केस दर्ज किया गया, जबकि मारपीट के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
इटावा कथावाचक कांड: मुकुट मणि के घर पहुंची पुलिस तो उड़े गए होश, दरवाजे पर ही थमे पांव
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