Firozabad News: फिरोजाबाद के थाना नगला सिंघी क्षेत्र में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है. टूंडला तहसील के थाना नगला सिंघी क्षेत्र के गांव भगवंत गढ़ी में मानिक चंद्र यादव द्वारा गांव के सहयोग से इस कथा का आयोजन कराया गया था. शनिवार को कथा के शुभारंभ से पहले कलश यात्रा निकालनी थी लेकिन शुक्रवार की शाम पुलिस ने इटावा में हुए विवाद को देखते हुए इस कथा को रोक दिया. कथा स्थल पर लगाया गया पंडाल भी शुक्रवार देर रात पुलिस ने उखड़वा दिया.
नगला सिंघी क्षेत्र के गढ़ी भगवंत में होने वाली इस कथा का आयोजन मानिक चंद्र यादव और उनके तीन भाइयों के साथ-साथ गांव के सहयोग से किया जा रहा था. इस कथा के लिए पास के ही गांव नगला दत्त के रहने वाले ब्राह्मण मोहित महाराज को कथा वाचन के लिए श्री फल भेंट किया गया था.
प्रशासन ने पंडाल उखड़वायादरअसल, शुक्रवार दोपहर होते-होते इटावा में यादव कथावाचकों के अपमान का बदला गढ़ी भगवंत में लेने की अफवाह फैली. आनन फानन में आयोजकों ने कथा वाचक के इनकार के बाद दूसरे कथा वाचक की व्यवस्था की लेकिन प्रशासन ने ऐतिहातन कथा स्थल पर जाकर पंडाल को उखड़वा दिया.
प्रशासन ने कथा के लिए अनुमति लेने के लिए कहाकथा आयोजक मानिकचंद यादव के मुताबिक श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में लगभग 6.5 लख रुपए का खर्च आ रहा था जिसमें 3 लाख से चार लाख रुपये एडवांस के रूप में चले गए हैं. कथा शनिवार से प्रारंभ होनी थी लेकिन प्रशासन ने कथा पर रोक लगा दी है. प्रशासन द्वारा बताया गया था कि आपके पास भागवत करने के लिए अनुमति नहीं है, उन्होंने बताया कि प्रशासन ने अनुमति के लिए एसडीएम कार्यालय में आवेदन कर अनुमति लेने के लिए कहा है.
व्यास जी ने कथा करने से किया इनकारइस मामले में जब कथा व्यास मोहित महाराज से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शनिवार से कथा प्रारंभ होनी थी लेकिन कुछ यादव समाज के लोगों द्वारा यजमान मानिक चंद्र यादव के परिवार से कहा गया कि इटावा में यादव कथावाचक के साथ जो अभद्रता ब्राह्मणों द्वारा की गई है इसका बदला यहां लिया जाएगा. इसके बाद यजमान परिवार पुनीत हो गया जब इसकी खबर मोहित महाराज को लगी तो उन्होंने कथा करने से इनकार कर दिया. हालांकि कथा वाचक मोहित महाराज ने कहा की व्यास गद्दी पर बैठा व्यक्ति किसी जाति का नहीं होता. इटावा की घटना से वह दुखी है हिंदुओं को इकट्ठा करने के लिए जातियां में नहीं बाटना चाहिए.
पुलिस अधिकारी ने क्या कहा?वहीं इस पूरे मामले में नगला सिंघी के थाना प्रभारी विमलेश त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि गढ़ी भगवंत में आयोजित कथा आयोजन पर किसी प्रकार की कोई परमिशन नहीं थी, इसलिए आयोजन पर प्रतिबंध लगाया गया है. अनुमति लेने के बाद कथा कर सकते हैं.
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इटावा के बाद अब फिरोजाबाद में श्रीमद् भागवत कथा पर विवाद, प्रशासन ने उखाड़ा पंडाल
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