इटावा मामले को लेकर हो रही सियासत पर भड़के देवकीनंदन ठाकुर, कहा- हमारे यहां तो मुसलमान भी..

by Carbonmedia
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Etawah News: इटावा में कथावाचकों के मामले पर जमकर सियासत हो रही है. समाजवादी पार्टी कथावाचकों से हुई मारपीट को लेकर खुलकर सामने आ गई है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दोनों कथावाचकों को पार्टी दफ़्तर में बुलाकर उनका सम्मान किया और कथावाचन भी कराया. जिसके बाद ये मामला अब और गर्मा गया है. इस मामले पर अब देवकीनंदन ठाकुर का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि हम तो सनातन को जोड़ने का काम कर रहे हैं. इटावा में जो हुआ वो ठीक नहीं है. किसी सनातनी की चोटी काटना गलत है. 
प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन महाराज ने भी इटावा में कथावाचकों के साथ किए गए दुर्व्यवहार की निंदा की लेकिन इसके साथ ही इस मामले पर हो रही सियासत के लिए राजनेताओं को जमकर खरी खोटी सुनाई. उन्होंने कहा कि “मैं सनातन के लिए काम कर रहा हूं, सभी सनातनियों को जोड़ने काम कर रहा हूं, जहां तक चोटी काटने की बात है तो ये ग़लत है. किसी के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए. ये ठीक नहीं है. 
इटावा की घटना को बताया गलतउन्होंने कहा कि हम तो हमेशा इस बात इसका प्रचार करते है कि सभी लोग तिलक लगाओ, चोटी रखो, कलावा बांधों, गले में कंठी पहनो और सनातन धर्म का प्रचार करो. हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है. किसी भी सनातनी की चोटी काटना ठीक नहीं है. उन्होंने इस मामले पर हो रही सियासत को लेक सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग जातियों पर राजनीति करते हैं  ये बड़े-बड़े नेता तब कहां गए थे जब मथुरा में एक टेंपो वाले ने कई लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार किया था. ये लड़कियां तो हर जाति से थी. 
देवकीनंदन ने सवाल उठाया कि क्या एक पुरुष का मान सम्मान स्त्री के मान सम्मान से ज्यादा है. जब लोग मूत्र जिहाद करते हैं थूक जिहाद करते हैं तो वो ये नहीं सोचते कि पंडित ही उसका सेवन करेंगे, वो सबके लिए ऐसा करते हैं, तब क्यों नहीं इन जिहादियों के खिलाफ लोग आगे नहीं आते हैं. हम चाहते हैं कि धर्म की स्थापना के लिए सब लोग आगे आएं. मैं सबका भला चाहता हूं और इस देश का भला चाहता हूं. जहां तक कथा की बात है तो वो कोई भी कह सकता है लेकिन कुछ अनुष्ठान हैं जो कर सकता है उन्हें ही करने चाहिए. हमारे यहां तो मुस्लिम भी कथा करके गए हैं. हमने उन्हें भी स्वीकार किया है.  
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