इटावा मामले पर अखिलेश यादव ने कसा तंज, सपा मुखिया ने कहा- कहीं ट्रंप को पता चल गया तो…

by Carbonmedia
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UP News: उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचक से हुई मारपीट वाले मामले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर से हमला बोला है. सपा चीफ अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले पर तंज कसते हुए कहा बीजेपी जो कुम्भ पर झूठ बोल सकती है, मरने वाले का आंकड़ा छुपा सकते हैं. शंकराचार्य झूठ बोल सकते हैं, उस सरकार में कुछ भी हो सकता है. इटावा वाले मामले पर अखिलेश ने कहा कि अगर ट्रम्प जी को पता चल जाए इटावा में ये हुआ है तो ट्रम्प न डांट दें.
वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सत्ता में आने तक संविधान को मानने की बात कहती है, लेकिन सत्ता में आने के बाद कुछ नहीं मानते. आज हम सब छत्रपति साहूजी महाराज की जयंती मना रहे हैं, आज संकल्प लेते हैं जो रास्ता हमारे महापुरुष ने दिखाया है, उस रास्ते पर चलकर काम करेंगे. उन्होंने कहा कि आज के दिन संविधान मान स्तम्भ दिवस मनाने का फैसला लिया है. बीजेपी सत्ता में आने तक संविधान को मानने की बात कहती है, लेकिन सत्ता में आने के बाद कुछ नहीं मानते. ये मैं बनाम हम की लड़ाई है.
सपा चीफ ने कहा कि बीजेपी सत्ता में पहुंचने के लिए संविधान का इस्तेमाल और आने तक संविधान पर चलने की बात कहती है लेकिन जैसे ही बीजेपी सत्ता में आती है तो बाबा साहब के रास्ते पर नहीं चलते हैं. वो शपथ भी लेते हैं लेकिन उनके शपथ ग्रहण में संविधान के प्रति निष्ठा की कमी दिखती है. ये जो लोग सोशलिस्ट के खिलाफ हैं तो वही लोग सेक्युलरिज्म के भी खिलाफ हैं.
उन्होंने कहा कि हमारे समाज में बहुत दिनों से व्यक्ति बनाम समाज का बहुत पुराना संघर्ष चल रहा है ये मैं बनाम हम की लड़ाई है. जो मैं बोलते हैं वो कभी स्वीकार नहीं कर सकते हैं, अपने स्वार्थ सिद्धि में लिप्त रहते हैं उन्हें समाज से कुछ लेना देना नहीं होता ये खुदगर्ज लोग हैं. सदन या सदन के बाहर हों उसमें सुनने को मिलता है कि ये लोग इसी तरह के विचार प्रकट करते है और ये सोशलिज्म और समाजवाद के खिलाफ हैं. ऐसे लोग मूल रूप से सांप्रदायिक होते हैं और सेक्युलरिज्म के धुर विरोधी होते हैं.
ये लोग PDA के भी विरोधी हैं- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि सोशलिस्ट और सेक्यूलर होने के लिए बड़ा दिल चाहिए होता है इसलिए हर्टलेस लोग इसका विरोध करते हैं. सामाजिक सद्भाव का विरोध करते हैं और इसलिए ये लोग PDA के भी विरोधी हैं. ऐसे व्यक्तिवादी सोच के लोग प्रबुद्धवादी और वर्चस्ववादी लोग होते हैं और समाज में हमेशा ये लोग उत्पीड़न करते हैं लोगों को दबाते हैं अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए. PDA की पॉजिटिव पॉलिटिक्स है इसलिए ये नकारात्मक, वर्चस्ववादी लोग इसे कभी एक्सेप्ट नहीं कर सकते, ये PDA सर्वसमाज के अच्छे लोगों को जोड़ता है. NDA नेगेटिव लोगों का नारा है- अखिलेश यादव 
अखिलेश ने कहा जो संविधान के विरोधी हैं वहीं आरक्षण विरोधी हैं और घुमा फिरा कर सेक्युलर और सोशलिस्ट के खिलाफ बोलते हैं क्योंकि उनको लगता है कि संविधान और आरक्षण खिलाफ डायरेक्ट बोलने से उनका वोट बैंक खिसक जाएगा. NDA नेगेटिव लोगों का नारा है और PDA पॉजिटिव लोगों का नारा है.
तेज प्रताप यादव से फोन पर हुई बात को लेकर भी दी प्रतिक्रिया
इसके अलावा अखिलेश यादव ने बिहार के पूर्व मंत्री और लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव को लेकर कहा मुझे नहीं पता था इतना सीरियस बात हो जाएगी, पूरे परिवार से सम्बंध अच्छे हैं उनका 2 बार काल आया था. मुझे लगा इमरजेंसी होगी तो मैंने काल किया, वो वीडियो कॉल थी. हम राजनीतिक लोग तो चुनाव के अलावा क्या सावल पूछेंगे, तब उनसे पूछा चुनाव का. वहीं सपा चीफ ने कहा कि बीजेपी वहां हारने जा रही है.

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