आपका मुंह सिर्फ खाने-पीने या बोलने के लिए नहीं है, बल्कि ये आपकी पूरी सेहत का आईना होता है. डॉक्टर्स भी मानते हैं कि मुंह में होने वाले छोटे-छोटे बदलाव किसी बड़ी बीमारी के शुरूआती संकेत हो सकते हैं. अक्सर लोग इन पर ध्यान नहीं देते, पर इन्हें अनदेखा करना भारी पड़ सकता है. आइए, जानते हैं कैसे आपका मुंह आपको आने वाली हेल्थ प्रॉब्लम्स के बारे में बताता है.
हां, बिल्कुल! खराब मौखिक स्वास्थ्य कई संभावित बीमारियों का संकेत हो सकता है और इसे हल्के में लेना ठीक नहीं है. मसूड़ों में सूजन, दांतों में सड़न, सांसों की दुर्गंध और मुंह में छाले जैसी आम समस्याएं सिर्फ आपके मुंह तक सीमित नहीं रहतीं. ये परेशानियां हृदय रोग, डायबिटीज और रेस्पीरेटरी इन्फेक्शन जैसी गंभीर बीमारियों से जुड़ी हो सकती हैं.
बार-बार छाले या अल्सर: यदि आपको मुंह के अंदर, होंठों पर या जीभ पर छोटे, दर्दनाक घाव या छाले दिखें तो सतर्क हो जाएं. ये अक्सर स्ट्रेस, विटामिन की कमी, कमजोर इम्यून सिस्टम या सीलिएक रोग जैसी पाचन संबंधी समस्याओं का संकेत हो सकते हैं. अगर छाले दो हफ्तों से ज्यादा रहते हैं या बार-बार होते हैं, तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं.
मसूड़ों से खून आना और सूजन: आपको ब्रश करते समय या फ्लॉस करते समय मसूड़ों से खून आना, मसूड़ों में सूजन या लालिमा दिखें, तो डॉक्टर से संपर्क करें. यह जिंजिवाइटिस या पीरियोडोंटाइटिस जैसी मसूड़ों की बीमारी का कॉमन साइन है. अगर इसे अनदेखा किया जाए, तो यह दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है और हार्ट डिजीज या डायबिटीज जैसी दूसरी बीमारियों का रिस्क बढ़ा सकता है.
मुंह सूखना: आपको मुंह में लगातार सूखापन महसूस हो रहा है, बात करने या खाना निगलने में दिक्कत है, तो ये सिर्फ डीहाइड्रेशन नहीं हो सकता. ये कुछ दवाओं का साइड इफ़ेक्ट, डायबिटीज, ऑटोइम्यून डिजीज या लार ग्रंथियों की समस्या का भी संकेत हो सकता है. लंबे समय तक मुंह सूखा रहने से दांतों में सड़न और मसूड़ों की बीमारी का रिस्क भी बढ़ता है.
मुंह में सफेद या लाल पैच: जीभ, गालों के अंदर या मसूड़ों पर ऐसे धब्बे जो मिटते नहीं. यदि आपको भी ऐसा दिख रहा है, तो ये फंगल इन्फेक्शन या ल्यूकोप्लाकिया का संकेत हो सकते हैं. ल्यूकोप्लाकिया कुछ मामलों में कैंसर का प्री-कैंसरस स्टेज भी हो सकता है. ये ज्यादा चिंताजनक होते हैं और अक्सर ओरल कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं. इन पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
लगातार बदबूदार सांस: यह केवल मुंह की साफ-सफाई की कमी नहीं हो सकती. यह मसूड़ों की बीमारी, दांतों में सड़न, टॉन्सिल स्टोन, साइनस इन्फेक्शन, पेट की समस्या, किडनी प्रॉब्लम, या डायबिटीज का भी संकेत हो सकती है.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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