प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार (15 जुलाई, 2025) को बताया कि उसने धनशोधन के एक गंभीर मामले में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के पूर्व सांसद अतुल राय और बाहुबली (दिवंगत) मुख्तार अंसारी के एक करीबी सहयोगी से संबंधित 4.18 करोड़ रुपये मूल्य की छह अचल संपत्तियां कुर्क की हैं, जिनमें दिल्ली स्थित एक अपार्टमेंट भी शामिल है.
यह कार्रवाई धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की गई है. संपत्तियां कुर्क करने की यह कार्रवाई मुख्तार अंसारी की कंपनी विकास कंस्ट्रक्शन से जुड़ी एक जांच का हिस्सा है.
केंद्रीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत इन संपत्तियों को कुर्क करने का एक अस्थाई आदेश जारी किया गया है, जिनमें वाराणसी में तीन भूखंड और उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में दो कृषि भूमि भी शामिल हैं.
इसने कहा कि इन संपत्तियों का स्वामित्व स्पेक्ट्रम इंफ्रासर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के पास है, जिसका स्वामित्व और नियंत्रण अतुल राय और अंसारी के कथित सहयोगी जितेंद्र सापरा के पास है. धनशोधन का यह मामला उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से मऊ जिले (दक्षिण टोला थाना) में दर्ज एक प्राथमिकी से जुड़ा है.
पुलिस शिकायत में कहा गया है कि गाजीपुर स्थित कंपनी विकास कंस्ट्रक्शन ने मऊ के रैनी गांव में सरकारी ज़मीन पर ‘अतिक्रमण’ किया और उस पर ‘अवैध रूप से’ एक गोदाम का निर्माण किया. शिकायत के अनुसार, इसी तरह गाजीपुर में एक और गोदाम बनाया गया और उसे भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) को पट्टे पर दे दिया गया.
ईडी ने कहा कि इससे अपराध की आय अर्जित हुई, क्योंकि आरोपी संस्थाओं को एफसीआई से किराया प्राप्त हुआ. जांच एजेंसी ने कहा कि एफसीआई से प्राप्त कुल किराया 15.31 करोड़ रुपये था.
बयान के अनुसार, गोदाम निर्माण के लिए नाबार्ड से ‘सब्सिडी’ के रूप में 2.25 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय प्राप्त हुई, जबकि विकास कंस्ट्रक्शन के पूर्व साझेदारों से 3.10 करोड़ रुपये ‘अवैध रूप से हड़पे’ गए तथा अंसारी के बहनोई आतिफ रज़ा ने एफसीआई से हैंडलिंग एवं परिवहन शुल्क के रूप में 7.05 करोड़ रुपये प्राप्त किए.
ईडी ने कहा कि ये लेन-देन कुल मिलाकर 27.72 करोड़ रुपये की आपराधिक आय हैं. एजेंसी के अनुसार, इस धन का उपयोग अचल संपत्तियां खरीदने के लिए किया गया था, जिन्हें अब कुर्क कर लिया गया है. ईडी ने कहा कि उसने पहले भी इस मामले में कुछ संपत्तियां कुर्क की हैं और इसलिए, अब कुल कुर्की का मूल्य 6.40 करोड़ रुपये है.
मुख्तार अंसारी का मार्च, 2024 में बांदा के एक अस्पताल में हृदय गति रुकने से निधन हो गया था. वह मऊ सदर सीट से पांच बार विधायक रहा और 2005 से उत्तर प्रदेश और पंजाब की जेल में था. उसके खिलाफ 60 से अधिक आपराधिक मामले लंबित थे.
ईडी का बड़ा एक्शन, मुख्तार अंसारी के खिलाफ मामले में चार करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति कुर्क
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