Israel Iran Conflict: इजराइल ने ईरान के सरकारी टीवी चैनल को निशाना बनाते हुए भीषण हमला किया है. जिस चैनल के दफ्तर पर ये हमला किया गया है. उस चैनल में लखनऊ के रहने वाले रवीश जैदी भी बतौर रिपोर्टर काम करते हैं. उनका परिवार आज भी लखनऊ में रहता है. इज़राइल के इस हमले को लेकर जब उनके पिता अमीर अब्बास जैदी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अगर क़ौम के लिए उनका बेटा शहीद भी हो जाता है तो उन्हें कोई गम नहीं होगा.
लखनऊ में रहने वाले अमीर अब्बास जैदी से एनडीटीवी न्यूज़ चैनल ने बात की. जब उनसे ईरानी चैनल पर हुए हमले को लेकर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनका बेटा रवीश पिछले 13-14 सालों से ईरान में हैं. वो यहां के सरकारी चैनल में काम करता है. उन्होंने कहा कि अगर उनके बेटे की ईरान में शहादत हो जाती तो उन्हें इस बात का कोई गम नहीं होगा.
क़ौम के लिए शहीद हो गए तो गम नहींरवीश के पिता ने कहा कि ईरान में बहुत लोग शहीद हुए हैं. अभी शुक्रवार को ही हमारी पत्नी की भी मौत हुई है. छह महीने पहले बेटे की पत्नी की भी मौत हो चुकी है. पिछले साल नवंबर को ही उनका बेटा वापस ईरान गया था. लेकिन मां की मौत होने के बाद वो नहीं आ पाया क्योंकि हवाई सेवाएं बंद हो गईं थी. उन्होंने कहा कि मां के मरने पर हमारा बेटा नहीं आ सका, तो हमने कहा कि कोई बात नहीं है.
अमीर अब्बास जैदी ने कहा कि उनके बेटे ने फोन पर उनसे सवाल किया था कि अगर हम शहीद हो जाएंगे तो आपको खुशी होगी, तो हमने कहा कि बेटा हमको खुशी होगी. तुम ईरान के लिए शहीद हो जाओ हमें कोई गम नहीं. चार बेटे भी क़ौम के लिए शहीद हो जाएं तो गम नहीं होगा. उन्होंने ये भी बताया कि चैनल पर जब हमला हुआ तो वो 20 मिनट पहले ही अपने दफ़्तर से निकला था.
बता दें कि ईरान के सरकारी चैनल पर जब इजराइल ने हमला किया तो उस समय लाइव प्रसारण भी चल रहा था. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें एंकर न्यूज पढ़ रही थी, तभी वहां धमाका हो गया. जिसके बाद एंकर वहां भागती हुई दिखाई देती है.
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