सिरसा जिले के रानियां शहर के वार्ड नंबर 7 में ईसाई समुदाय की 95 वर्षीय महिला कौशल्या की मृत्यु के बाद उनके अंतिम संस्कार को लेकर विवाद खड़ा हो गया। श्मशान घाट में जगह न मिलने के कारण परिवार को दो दिन तक शव घर में ही रखना पड़ा। नपा चेयरमैन और सचिव विक्रमजीत सहित पार्षदों ने बैठक कर श्मशान में जगह उपलब्ध करवाई, तब जाकर महिला के शव का अंतिम संस्कार हो पाया। संस्थाओं और नपा के बीच उलझा मामला मामला समाजसेवी संस्थाओं और नगर पालिका अधिकारियों के बीच उलझा रहा। मंगलवार को पूरे दिन समाजसेवी संस्थाओं, गोशाला प्रबंधक कमेटी और पुलिस के बीच बैठकें होती रही। गोशाला की जगह पर ईसाई समुदाय की मृतक महिला को स्थान न देने के कारण समस्या बनी रही। लंबे समय से मुद्दे पर उठा रहे आवाज वहीं नाथ समुदाय के लोगों ने ईसाई समुदाय के साथ मिलकर नगर पालिका प्रशासन से श्मशान भूमि में जगह दिलाने के लिए प्रयास किए। नाथ समुदाय के पार्षद प्रतिनिधि महावीर नाथ ने बताया कि वे लंबे समय से इस मुद्दे पर आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नगर पालिका हाउस की बैठक में प्रस्ताव पास होने के बावजूद जगह उपलब्ध नहीं करवाई गई। कब्र के लिए स्थान नहीं मिल पा रहा ईसाई समुदाय के लिए अलग से श्मशान घाट की व्यवस्था न होने के कारण मृतकों को कब्र के लिए स्थान नहीं मिल पा रहा है। इसी समस्या का सामना कौशल्या के परिवार को करना पड़ा। ईसाई समुदाय के लोगों ने एकत्रित होकर नगर पालिका प्रशासन से बातचीत की। अधिकारियों और चेयरमैन ने की बैठक वहीं नगर पालिका के चेयरमैन मनोज सचदेवा, सचिव विक्रमजीत और नगर पार्षदों ने बैठक करके गोशाला के नजदीक श्मशान घाट में जगह उपलब्ध करवा दी। इसके बाद मृतक महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया और मामला शांत हो गया।
ईसाई समुदाय की महिला के अंतिम संस्कार पर विवाद:सिरसा में 2 दिन घर में रखा शव, श्मशान में नहीं मिली थी जगह
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