दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इंटरनेशनल ई-सिगरेट तस्करी गैंग का पर्दाफाश किया है. दिल्ली पुलिस ने इस कार्रवाई में नेपाल के दो नागरिकों को गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से भारी मात्रा में प्रतिबंधित की ई-सिगरेट जब्त की गई है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बिश्वनाथ बराई और गंगा राम चौधरी के तौर पर हुई है. दिल्ली पुलिस के मुतबिक गिरोह का नेटवर्क नेपाल, बिहार और दिल्ली के करोल बाग, जनपथ और कनॉट प्लेस तक फैला है.
ई-सिगरेट गैंग पर पुलिस ने कैसे की कार्रवाई?
दिल्ली पुलिस की टीम को 1 अगस्त को खुफिया सूचना मिली कि आरोपी विश्वनाथ एक बड़ी ई-सिगरेट की खेप अजमेरी गेट के पास पहुंचाने वाला है. पुलिस को मिली खुफिया जानकारी के आधार पर एक टीम का गठन किया गया. पुलिस की टीम ने पहाड़गंज फ्लाईओवर के पास जाल बिछाया और मौके पर पहुंची ई-रिक्शा को रोक कर तलाशी ली. उसमें सफेद बोरे में भारी मात्रा में ई-सिगरेट भरी हुई थी. जब रिक्शा रोका गया तो दोनों नेपाली नागरिक भागने की कोशिश करने लगे लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया.
आरोपियों ने पूछताछ में किया अहम खुलासा
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी विश्वनाथ ने बताया कि वह नेपाल में रहता है और वहीं दो दुकान चलाता है. उसने अपने साथियों पिंकू और अमित के साथ मिलकर चीन से ही सिगरेट मंगवाना शुरू किया और उन्हें नेपाल, बिहार और दिल्ली में ऊंचे रेट पर बेचना शुरू कर दिया.
सैंपल देने के बाद करने जा रहा था ई-सिगरेट की डिलीवरी
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने करोल बाग में टिंकू नाम के खरीदार को 30 सैंपल पहले दिए और फिर भारी मात्रा में ई सिगरेट की डिलीवरी के लिए निकला था, तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कमला मार्केट थाने में मामला दर्ज किया है. यह मामला ई-सिगरेट पर प्रतिबंध संबंधी 2019 के कानून की धाराओं 4/7 के तहत दर्ज किया गया है.
दिल्ली पुलिस की जांच जारी
दिल्ली पुलिस अब गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उनके इस गैंग में और कितने लोग शामिल हैं. पुलिस यह भी पता लग रही है कि दिल्ली-एनसीआर में इस गैंग से और कितने लोग जुड़े हुए हैं.
ई-सिगरेट तस्करी गैंग का पर्दाफाश, 2 नेपाली नागरिक गिरफ्तार, दिल्ली के कई इलाकों में नेटवर्क
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