हिसार जिले के नगरपालिका उकलाना में वित्तीय अनियमितताओं और लगभग 12 लाख रुपए की राशि के कथित गबन का बड़ा मामला सामने आया है। इस मामले में पूर्व चेयरमैन व संबंधित अधिकारियों और निजी संस्था के खिलाफ थाना उकलाना में एफआईआर दर्ज की गई है तथा पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार चेक के माध्यम से कुल ₹11 लाख 91 हजार 428 की राशि की निकासी की गई थी। इन लेन-देन की जांच के दौरान गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। इस संबंध में पहले ही 13 मार्च 2019 को नगरपालिका उकलाना की ओर से उपायुक्त हिसार को एक रिपोर्ट भेजी गई थी। उपायुक्त ने उपमंडल अधिकारी को भेजी थी रिपोर्ट इसके बाद उपायुक्त कार्यालय की ओर से 20 जून 2019 को उपमंडल अधिकारी बरवाला को मामले की जांच सौंप दी गई। उपमंडल अधिकारी ने विस्तृत जांच कर 6 सितंबर 2021 को अपनी रिपोर्ट उपायुक्त हिसार को भेज दी। रिपोर्ट के आधार पर 11 नवंबर 2021 को जिला नगर आयुक्त हिसार द्वारा नगर परिषद उकलाना को निर्देश जारी किए गए कि दोषी पाए गए अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई जाए और गबन की गई राशि की वसूली सुनिश्चित की जाए। घोटाले में ये लोग शामिल जांच रिपोर्ट के अनुसार, जिन व्यक्तियों को इस घोटाले में संलिप्त पाया गया है, उनमें तत्कालीन सचिव मदनलाल चौहान, तत्कालीन चेयरपर्सन गुड्डी देवी, तत्कालीन चेक लेखक महेन्द्र सिंह (वर्तमान में लेखाकार, नगर परिषद जाखल), और निजी संस्था के संचालकगण-नीलम रानी और उनके पति मुकेश कुमार (निवासी तहसील बरवाला) शामिल हैं। मामला दर्ज कर जांच शुरू नगरपालिका सचिव संदीप ने थाना उकलाना में औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज करवाई, जिसके आधार पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं 406 (विश्वास भंग कर आपराधिक हेराफेरी), 409 (लोक सेवक द्वारा आपराधिक हेराफेरी), और 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
उकलाना नगरपालिका में 12 लाख का घोटाला:पूर्व चेयरमैन समेत 5 लोगों पर केस दर्ज, विश्वासघात और धोखाधड़ी के आरोप
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