हिसार जिले के उकलाना में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन पर राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। कार्यक्रम नई अनाज मंडी, गेट नंबर-1 के पास आयोजित किया गया, जहां उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने सत्यपाल मलिक के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। निर्भीक नेता के रूप में याद करेंगे इस अवसर पर श्रद्धांजलि स्वरूप एक पौधारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। वक्ताओं ने कहा कि यह पौधा सत्यपाल मलिक की स्मृति को जीवंत रखेगा और क्षेत्र के लोग सदैव उन्हें एक किसान-हितैषी, सच्चे व निर्भीक नेता के रूप में याद करेंगे। देश के कई राज्यों में सेवा दी वक्ताओं ने कहा कि सत्यपाल मलिक ने देश के कई राज्यों में राज्यपाल के रूप में सेवा दी और हमेशा किसान व श्रमिक वर्ग की आवाज को बुलंद किया। उन्होंने विभिन्न संवैधानिक पदों पर रहते हुए भी कभी जनहित के मुद्दों पर समझौता नहीं किया और हर समय आमजन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। सरकार के प्रति नाराजगी स्पष्ट कार्यक्रम में उपस्थित विक्की सरहेड़ा, सतीश पातड़, सतीश जांगड़ा सहित अनेक वक्ताओं ने रोष प्रकट किया कि एक वरिष्ठ नेता, जिन्होंने देश की सेवा में कई दशक दिए, उनके दाह संस्कार को राजकीय सम्मान नहीं दिया गया। उनका कहना था कि सत्यपाल मलिक जैसे अनुभवी और संवेदनशील नेता के साथ ऐसा व्यवहार न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि इससे किसान और श्रमिक वर्ग में सरकार के प्रति नाराजगी स्पष्ट झलकती है। लोकतंत्र की मजबूती में योगदान सभा में यह भी कहा कि देश की संवैधानिक संस्थाओं और लोकतंत्र की मजबूती में सत्यपाल मलिक का योगदान हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। ऐसे नेताओं की विरासत को सम्मान देना सरकार और समाज दोनों की जिम्मेदारी बनती है। कार्यक्रम में ये रहे शामिल इस मौके पर दिगपाल डीपी, मा. छबीलदास शास्त्री, पूर्व चेयरमैन अजित लितानी, चेयरमैन रविन्द्र मलिक, सरपंच बानी, संदीप पातड़, कृष्ण श्योकंद, नरेंद्र घनघस, वजीर साहू, बलजीत सेलवाल, प्रदीप सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
उकलाना में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को श्रद्धांजलि:अनाज मंडी में पौधारोपण, राजकीय सम्मान न देने पर लोगों ने जताया रोष
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