जींद जिले के उचाना की कपास मंडी में आढ़तियों को दुकानों का मालिकाना हक नहीं मिल पा रहा है। यह मंडी फायर बिग्रेड के पास बनी अतिरिक्त मंडी में स्थित है। आढ़तियों ने सभी किश्तें भर दी हैं, फिर भी उन्हें मालिकाना हक नहीं मिला है। इनेलो सरकार में हुआ था उद्घाटन बता दें कि इनेलो सरकार के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने इस कपास मंडी का उद्घाटन किया था। 2005 के बाद आढ़तियों ने खुली बोली में दुकानों के प्लॉट खरीदे और दुकानों का निर्माण किया। किश्तें भरने के बाद जब वे दुकानों की रजिस्ट्री कराने गए, तो मार्केटिंग बोर्ड ने जुर्माना लगा दिया। जुर्माने को कम करने की मांग 15 सालों से आढ़ती इस जुर्माने को कम करने की मांग कर रहे हैं। वे पूर्व विधायक प्रेमलता सिंह, पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा से भी मिल चुके हैं। अब उन्होंने विधायक देवेंद्र चतरभुज अत्री के नेतृत्व में मार्केटिंग बोर्ड के सीए मुकेश कुमार आहूजा से पंचकूला में मुलाकात की है। विधायक ने दिया आश्वासन प्रधान विकास पंघाल के अनुसार आढ़तियों ने अपनी मांगें सीए के सामने रखी हैं। विधायक अत्री ने कहा कि वे आढ़तियों की मांगों से सीए को अवगत करा चुके हैं और जल्द ही इन मांगों को पूरा किया जाएगा। इस मुलाकात में बिजेंद्र घोघडिय़ा, सतपाल अत्री और अभयराम काकड़ोद भी मौजूद थे।
उचाना मंडी में आढ़तियों को नहीं मिला मालिकाना हक:15 साल पुरानी समस्या, विधायक अत्री ने मार्केटिंग बोर्ड सीए से की मुलाकात
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