25 जून 1975 की मध्यरात्रि को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आंतरिक अशांति का हवाला देकर देश में आपातकाल लागू किया। जींद जिले के उचाना में भाजपा विधायक देवेंद्र चतरभुज अत्री ने घटना को याद करते हुए कहा कि कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर संविधान को कुचला। बिना मुकदमे लोगों को जेल में डाला आपातकाल के दौरान मीसा कानून के तहत एक लाख से अधिक नागरिकों को बिना मुकदमे के जेल में डाला गया। जयप्रकाश नारायण, अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और राजनाथ सिंह जैसे विपक्षी नेताओं को बंदी बनाया गया। प्रेस की आजादी पर प्रतिबंध लगा दिया गया। पार्टी आज भी अपनी नीयत नहीं बदली अत्री ने कहा कि कांग्रेस आज भी लोकतंत्र विरोधी मानसिकता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने अपने तरीके बदले हैं, लेकिन नीयत वही है। कांग्रेस अब भी एक परिवार के इर्द-गिर्द सिमटी हुई है। राहुल-प्रियंका के नेतृत्व में पार्टी की सत्ता खानदानी जेब में ही रखी जाती है। लोकतंत्र के साथ विश्वासघात किया विधायक ने कहा कि कांग्रेस ने लोकतंत्र के साथ विश्वासघात किया। पार्टी ने न कभी माफी मांगी और न ही पछतावा जताया। जो पार्टी आज संविधान बचाने की बात करती है, उसी ने सबसे पहले संविधान को रौंदा था।
उचाना में विधायक अत्री का विपक्ष पर तंज:बोले-कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर संविधान को कुचला, आज भी लोकतंत्र विरोधी मानसिकता
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