Kainchi Dham Mela: उत्तराखंड में कैंची धाम मंदिर में सालाना स्थापना दिवस के मौके पर हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं और ऐसे में नैनीताल जिले में जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है, लेकिन इस बार ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थापना दिवस से पहले ही अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि किसी भी हाल में उत्तराखंड पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो और जाम न लगने पाए.
इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कुमाऊं की आईजी रिद्धि अग्रवाल को सौंपी थी. आईपीएस रिद्धि अग्रवाल ने ट्रैफिक प्लान बनाकर ऐसी व्यवस्था बनाई कि इस बार कैंची धाम पहुंचने वाले तमाम श्रद्धालुओं ने नैनीताल पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें पहली बार महसूस हुआ कि बिना जाम और बिना किसी परेशानी के कैंची धाम में दर्शन कैसे हो सकते हैं.
दो लाख से अधिक श्रद्धालू पहुंचते हैं
एक अनुमान के अनुसार लगभग डेढ़ से 2 लाख लोग कैंची धाम स्थापना दिवस में दर्शन करने पहुंचते हैं. इस बार भी लाखों की संख्या में पर्यटक कैंची धाम मंदिर पहुंचे थे. नैनीताल पुलिस ने ट्रैफिक को लेकर व्यवस्था बनाई, जिससे न केवल श्रद्धालुओं को बल्कि स्थानीय लोगों को भी किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. नैनीताल में हर साल स्थापना दिवस पर लंबा ट्रैफिक जाम लगता था, जिससे न केवल नैनीताल बल्कि रामनगर हल्द्वानी काठगोदाम कालाढूंगी बाजपुर इन क्षेत्रों में भी जाम देखने को मिलता था, लेकिन इस बार जाम की स्थिति थोड़ी ठीक रही 14 और 15 जून को कैंची धाम में स्थापना दिवस का मेला संपन्न हुआ.
पहली बार महिला अधिकारी ने संभाली कमान
पहली बार किसी महिला अधिकारी को कुमाऊं रेंज की जिम्मेदारी सौंप गई. आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने कुमाऊं के तमाम अधिकारियों के साथ बैठकर कैंची धाम मंदिर का ट्रैफिक प्लान बनाया, जिससे आसानी से श्रद्धालु कैंची धाम मंदिर में बाबा के दर्शन कर सकें और वापस लौट सकें. इस ट्रैफिक प्लान में कैंची धाम मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को सुकून से दर्शन तो कराई ही साथ ही स्थानीय लोगों को भी किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई.
उत्तराखंड: कैंची धाम में बिना जाम के दर्शन, IG रिद्धि अग्रवाल की ट्रैफिक रणनीति रही कामयाब
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