Sanjay Raut on RSS: दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की बैठक और भारतीय जनता पार्टी (BJP) को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी भाई की तरह हैं. अगर आरएसएस चाहे तो वह बीजेपी को सबक सिखा सकता है. आज बीजेपी की ताकत आरएसएस कार्यकर्ताओं के प्रयासों की वजह से है.
उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इसने पैसे, धमकियों, ईडी, सीबीआई और चुनाव आयोग का इस्तेमाल करके शिवसेना और एनसीपी को विभाजित किया है.
उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले और भारत में आतंकी गतिविधियों में पाकिस्तान का हाथ साबित करने में विफल रहने के लिए नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा.
त्रि-भाषा नीति पर क्या बोले संजय राउत?
महाराष्ट्र में त्रि-भाषा नीति को लेकर संजय राउत ने कहा कि वे भविष्य में भी ऐसी नीति को स्वीकार नहीं करेंगे. महाराष्ट्र के स्कूलों में पहली कक्षा से पांचवीं कक्षा तक हिंदी भाषा को शामिल करने के खिलाफ बढ़ते विरोध के बीच रविवार को राज्य सरकार ने ‘त्रि-भाषा’ नीति पर सरकारी आदेश को वापस ले लिया.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसके बाद भाषा नीति के कार्यान्वयन और आगे की राह सुझाने के लिए शिक्षाविद् नरेंद्र जाधव की अध्यक्षता में एक समिति के गठन की भी घोषणा की.
राउत ने कहा, ‘‘फडणवीस को समितियां और विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का शौक है लेकिन वह करते कुछ नहीं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जाधव सम्मानित अर्थशास्त्री हैं, लेकिन इस समिति की अब कोई प्रासंगिकता नहीं है. हम भविष्य में भी त्रि-भाषा नीति को स्वीकार नहीं करेंगे.’’
विजय रैली पर संजय राउत का बयान
आदेश वापस लिए जाने के बाद शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे नीत महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) द्वारा पांच जुलाई को मुंबई में संयुक्त रूप से ‘मराठी विजय दिवस’ आयोजित करने की योजना पर संजय राउत ने कहा कि दोनों पार्टियों के नेता चर्चा कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हमने प्रमुख नेताओं और जनता को आमंत्रित किया है. सरकारी आदेश रद्द होने की सफलता मराठी लोगों की है. हम केवल आयोजक हैं. यहां तक कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे और हमारे नेता उद्धव ठाकरे से भी सलाह ली गई है.’’
उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेता संजय राउत का बड़ा बयान, ‘अगर RSS चाहे तो वह BJP को…’
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