Supriya Sule on Uddhav and Raj Thackeray: महाराष्ट्र में ठाकरे बंधुओं के साथ आने की चर्चा का विपक्षी गठबंधन स्वागत कर रहा है. उद्धव और राज ठाकरे के बीच सुलह की अटलों पर शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा, “मैं इस फैसले का स्वागत करती हूं. वे एक परिवार हैं और बालासाहेब की विशाल विरासत का हिस्सा हैं. अगर वे एक साथ मिलकर इस विरासत को आगे बढ़ाते हैं, तो यह हमारे लिए खुशी का पल होगा.”
सुप्रिया सुले ने आगे कहा बालासाहेब ठाकरे ने शून्य से शुरुआत कर इतनी बड़ी सेना तैयार की. उनकी मेहनत और उनकी टीम के सहयोग से वह शिवसेना को यहां तक ले आए. बाल ठाकरे की यह विरासत उद्धव ठाकर और राज ठाकरे ने ही संभाली. अगर दोनों अब साथ आ जाते हैं तो इससे शिवसेना को और मजबूती मिलेगी.
इतना ही नहीं, एनसीपी-एसपी सांसद ने कहा कि वे सभी लोग जो महाराष्ट्र के हित के लिए काम करना चाहते हैं, वे साथ रहें तो अच्छा ही होगा.
अमित ठाकरे बोले- एक दूसरे से बात करें
कुछ दिन पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता अमित ठाकरे ने कहा था कि गठबंधन मीडिया में बात करने से नहीं होता. उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे को गठबंधन की किसी भी संभावना को लेकर एक-दूसरे से बात करनी चाहिए.
राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे ने कहा था, ‘‘दोनों भाइयों को बात करनी चाहिए. इस मुद्दे पर हमारे बात करने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. मुझे दोनों भाइयों के साथ आने से कोई दिक्कत नहीं है लेकिन मैंने 2014, 2017 (तत्कालीन अविभाजित शिवसेना के साथ गठबंधन करने के मनसे के असफल प्रयास का संदर्भ) में यह देखा है.’’
’एक दूसरे के फोन नंबर तो हैं ही'
अमित ठाकरे ने कहा, “कोरोना वायरस महामारी के दौरान भी जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, तब राज ठाकरे ने उनका समर्थन किया था. अगर वह चाहें तो फोन कर सकते हैं. मीडिया में बात करने से गठबंधन नहीं होता. उनके पास एक-दूसरे के मोबाइल नंबर हैं, वे एक-दूसरे से बात कर सकते हैं.”