लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद सीनियर सांसद कल्याण बनर्जी ने पार्टी की नेता महुआ मोइत्रा पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘2023 में मैंने महुआ मोइत्रा का संसद में समर्थन किया था, वह भी अपनी इच्छा से, लेकिन आज वह मुझे ‘मिसोजिनिस्ट’ (महिला विरोधी) कह रही हैं. मुझे खेद है कि मैंने एक ऐसी महिला का समर्थन किया जो बुनियादी कृतज्ञता भी नहीं रखती.’महुआ मोइत्रा का जवाब और नई नियुक्तिकल्याण बनर्जी की पोस्ट के कुछ घंटे बाद, महुआ मोइत्रा ने काकोली घोष दस्तीदार को लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस का नया चीफ व्हिप बनाए जाने पर बधाई दी. उन्होंने ट्वीट किया, ‘मेरे वरिष्ठ सहयोगियों काकोली घोष दस्तीदार और शताब्दी रॉय को क्रमशः चीफ व्हिप और उपनेता बनाए जाने पर हार्दिक बधाई.’
In 2023, I stood by Ms. Moitra when she was under fire in Parliament — I did so out of conviction, not compulsion. Today, she repays that support by calling me a misogynist. I owe the nation an apology for having defended someone who clearly lacks basic gratitude. Let people see… pic.twitter.com/n1MIUpVM0J
— Kalyan Banerjee (@KBanerjee_AITC) August 5, 2025
विवाद की जड़ -‘पिग’ टिप्पणी और महिला विरोधी बयानमहुआ मोइत्रा ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में कल्याण बनर्जी के खिलाफ टिप्पणी करते हुए कहा था, ‘सूअर से कुश्ती नहीं करनी चाहिए, क्योंकि सूअर को मजा आता है और आप गंदे हो जाते हैं.’ उन्होंने ये भी कहा था कि भारतीय संसद में सभी दलों में ‘महिला विरोधी, यौन कुंठित पुरुष’ मौजूद हैं. इसके जवाब में कल्याण बनर्जी ने उनके हालिया विवाह पर हमला करते हुए कहा, ‘वह कहती हैं मैं महिला विरोधी हूं, लेकिन उन्होंने एक 65 साल के शादीशुदा व्यक्ति से शादी की है.’
बनर्जी ने जताई चिंता, कहा– पुरुषों को भी सम्मान मिलना चाहिएबनर्जी ने महुआ की ‘पिग’ और ‘सेक्सुअली फ्रस्ट्रेटेड’ जैसी टिप्पणियों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि यदि ऐसा कोई बयान किसी महिला के खिलाफ दिया गया होता तो पूरे देश में हंगामा मच जाता. उन्होंने कहा, ‘दुर्व्यवहार, दुर्व्यवहार ही होता है – चाहे वह किसी भी लिंग के खिलाफ हो.’
ममता बनर्जी की चेतावनी, आंतरिक झगड़े न करेंकल्याण बनर्जी ने बताया कि उन्होंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वर्चुअल बैठक में कहा था कि सांसदों के बीच समन्वय की कमी है. उन्होंने कहा, ‘यदि दोष मेरा है तो मैं इस्तीफा देता हूं.’ ममता बनर्जी ने सभी सांसदों से आपसी लड़ाई छोड़कर केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करने और आगामी विधानसभा चुनाव पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है.