देश के उप राष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद हरियाणा की सिसायत भी गर्म हो गई है। इस पर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा है कि यह सरप्राइजिंग है। इसका तो खुलासा होने के बाद पता चलेगा। उनसे मेरे काफी अच्छे संबंध थे। उनसे अभी इस पर बात नहीं हो पाई। पूर्व कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह ने भी बयान दिया है। इनके अलावा इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय चौटाला और विधायक आदित्य देवीलाल का भी बयान आया है और उन्होंने भी नाराजगी जाहिर की है। इससे संबंधित उन्होंने पूर्व उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की एक वीडियो भी शेयर की है, जिसमें वह एक संवैधानिक पद पर होते हुए भी सरकार से किसान आंदोलन को लेकर उनकी मांगों के बारे में सवाल कर रहे हैं। वीडियो में जगदीप धनखड़ कहते हैं कि कृषि मंत्री जी आपका एक-एक पल भारी है। आपसे मेरा आग्रह है और भारत के संविधान के तहत दूसरे पद पर विराजमान व्यक्ति आपसे अनुरोध कर रहा है कि कृपा करके मुझे बताएं, क्या किसान से वादा किया गया था और वादा किया गया तो वादा क्यों नहीं निभाया गया। वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं। गत वर्ष भी आंदोलन था और इस वर्ष भी आंदोलन है। कालचक्र घूम रहा है। हम कुछ नहीं रहे हैं। हम इतने बड़े पद पर अविश्वासी क्यों होते जा रहे : मंत्री पूर्व मंत्री रणजीत सिंह ने मीडिया काे दिए बयान में कहा है कि इतने बड़े पद पर हम बिलकुल अविश्वासी क्यों होते जा रहे हैं। हम पर प्रधानमंत्री ने इतना बड़ा भरोसा किया और इतना बड़ी पॉजिशन पर बनाया है तो थोड़ा धनखड़ साहब वाला भी सोचने वाला है। एक परिवार संबंध है, वो अलग बात है। यह मेरी या उनकी बात नहीं कह रहा, पूरी कौम की बात है। जो कौम पे भरोसा किया गया है, उसे भरोसे को हमें लोगों में कायम रखना चाहिए, बनाए रखना चाहिए। सरप्राइजिंग है, खुलासा होने पर चलेगा पता : पूर्व सीएम हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि I Am Surprised। मेरी उनसे बात तो नहीं हुई। लेकिन सरप्राइजिंग है। उनसे हमारे तो बहुत अच्छे संबंध थे। लेकिन समझ से बाहर है, इसका पता लगेगा, जब खुलासा होगा। सब पता लग जाएगा। जवाब की जगह इस्तीफे की साजिश रची : अभय चौटाला इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय चौटाला ने भी उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे बाद सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट के माध्यम से नाराजगी जाहिर की है। पोस्ट में लिखा कि जिसने खेत में हल चलाया हो वो जब संसद में सवाल करता है तो कुर्सियां कांप ही जाती हैं। एक किसान का बेटा जब देश के उच्चतम संवैधानिक पद पर बैठकर सरकार से पूछता है “किसानों से जो वादे किए थे, उन्हें निभाया क्यों नहीं” तो जवाब की जगह इस्तीफे की साजिश रच दी जाती है… इस किसान विरोधी सरकार में जब अन्नदाता की पीड़ा संसद की दीवारों से टकराई तो सत्ता ने दरवाजे बंद कर लिए और संविधान की गरिमा को भी वादों की तरह ताक पर रख दिया। यह सिर्फ एक पद का इस्तीफा नहीं, अपितु सच्चाई का गला घोटने की भी साजिश है। माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जी से इतना कहना चाहूंगा की देश का हर किसान आपके साथ खड़ा है एवं आपका अवकाश युगांत नहीं अपितु विराम है, हम प्रतीक्षा में रहेंगे। हर किसान की लड़ाई धनखड़ साहब : विधायक आदित्य डबवाली से इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल ने सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट में लिखा है कि जब एक हल चलाने वाला संसद में सच बोलता है तो सत्ता कांपती है। उप राष्ट्रपति का इस्तीफा नहीं, ये किसान की आवाज से डरती सरकार की हार है। धनखड़ साहब, आपकी लड़ाई हर खेत, हर किसान की लड़ाई है। हम प्रतीक्षा में रहेंगे।
उप राष्ट्रपति के इस्तीफे से हरियाणा की सियासत गर्म:पूर्व सीएम हुड्डा बोले, खुलासे के बाद चलेगा पता, पूर्व मंत्री, अभय-आदित्य का भी बयान
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