विटामिन बी 12 की कमी की समस्या तेजी से बढ़ रही है. ये कई हेल्थ इश्यूज की वजह बन जाती है. लेकिन इसके लक्षण और इसे खतरनाक बनाते हैं. असल में थकान, कमजोरी, डिप्रेशन जैसे सिम्पटम्स अन्य मेडिकल कंडीशन में भी देखने को मिलते हैं. ऐसे में इस समस्या की ओर ध्यान ही नहीं जाता. जबकि ये शरीर को तेजी से प्रभावित कर रही होती है. आइए जानते हैं कि ये किस तरह खतरा बन चुकी है….
बी12 की कमी कैसे बनती है खतरा?
बाॅडी के लिए बी 12 काफी अहम होता है. डीएनए, नर्व, रेड ब्लड सेल बनाने के साथ हेल्दी ब्रेन और इम्युन सिस्टम के लिए ये इंपोर्टेंस रखता है. लेकिन हमारी बाॅडी इस विटामिन को प्रोड्यूस नहीं करती. इस कमी को डाइट या फिर फूड सप्लीमेंट के जरिए पूरा करना होता है. इसकी कमी से थकान महसूस होने लगती है. ये स्थिति लगातार बने रह सकती है, जिसके चलते डेली एक्टिविटीज पर असर पड़ता है. इसके साथ ही न्यूरोलाॅजिक इश्यू भी देखने को मिलते हैं. जिसमें तेज झुनझुनाहट, कंफ्यूजन, मेमोरी लाॅस, डिप्रेशन और बैलेंस बनाए रखने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है. लेकिन स्थिति चिंताजनक तब हो जाती है, जब इन लक्षणों को नजरअंदाज कर दिया जाता है. क्योंकि अन्य मेडिकल कंडीशन में इसी तरह के लक्षण देखने को मिल सकते हैं. ऐसे में बी 12 की कमी की ओर ध्यान ही नहीं जाता.
बी 12 की कमी की ये हो सकती है वजह
डाइट: विटामिन बी 12 एमिनल बेस्ड फूड में पाया जाता है. ऐसे फूड से दूरी बनाना.
डाइजेस्टिव डिसऑर्डर: सीलिएक डिजीज और क्रोहन डिजीज बाॅडी के डाइजेस्टिव सिस्टम पर असर डालते हैं. इससे बाॅडी की विटामिन बी 12 को एबजाॅर्ब करने की क्षमता प्रभावित होती है.
अल्कोहल यूज डिसऑर्डर: शराब के सेवन से भी बाॅडी में डाइजेशन सिस्टम को नुकसान पहुंचता है. इससे विटामिन बी12 की कमी हो सकती है.
गैस्ट्राइटिस: गैस्ट्राइटिस की स्थिति में पेट की परत पर सूजन आ जाती है. बाॅडी में विटामिन बी12 को एबजाॅर्ब करने के लिए हाइड्रोक्लोरिक एसिड की जरूरत होती है. ऐसे में ये प्रक्रिया प्रभावित होती है.
पर्निशियस एनीमिया: इस स्थिति में बाॅडी विटामिन बी 12 को एबजाॅर्ब नहीं कर पाती है, जिसके चलते इसकी कमी हो जाती है.
सर्जरी: गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल जैसी सर्जरी कराने पर बाॅडी में बी 12 की कमी हो सकती है.
हेरेडिटी रीजन: बाॅडी में विटामिन बी 12 की कमी हेरेडिटी कारण से भी हो सकती है. ट्रांसकोबालामिन II की कमी से ये दिक्कत देखने को मिल सकती है. इसके अलावा विटामिन बी12 की कमी का असर
ऐसे पहचानें विटामिन बी 12 की कमी
बी12 की कमी से बाॅडी में रेड ब्लड सेल प्रोड्यूस होना कम हो जाते हैं. इससे एनर्जी लेवल गिरता है. कमजोरी, थका हुआ, खुद को कंफ्यूज महसूस होने लगता है. कई हफ्तों तक ऐसी स्थिति रहे तो डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए.
स्किन का पीला पड़ना, मुंह में छाले होना और जीभ में सूजन बी 12 की कमी के कुछ लक्षण हैं.
नर्व डैमेज होने से शरीर में झनझनाहट पन और कमजोरी महसूस होना शुरू हो जाती है.
विटामिन बी 12 के सोर्स
एनिमल प्रोडक्ट: मीट, मछली, अंडे, मिल्क और मिल्क प्रोडक्ट
फोर्टिफाइड फूड्स: अनाज, प्लांट-बेस्ड दूध (सोया, बादाम)
सप्लीमेंट्स: मेडिसिन या इंजेक्शन के रूप में लेने की जरूरत होती है.
कैसे करें पता?
आप सिर्फ ब्लड टेस्ट करके ही अपने ब्लड में विटामिन बी12 के लेवल को जान सकते हैं.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.