Rishikesh News: उत्तराखंड के ऋषिकेश में अत्यधिक बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने और भारी मात्रा में गाद आने से मुनि की रेती क्षेत्र में ‘रिवर राफ्टिंग’ अस्थाई रूप से बंद कर दी गयी. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. टिहरी के जिला पर्यटन विकास अधिकारी जसपाल चौहान ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए मुनि की रेती क्षेत्र में 24 जून से गंगा नदी में ‘रिवर राफ्टिंग’ को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है.
चौहान ने बताया कि अत्यधिक बारिश होने से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है और उसमें गाद की मात्रा बहुत अधिक हो गई है. उन्होंने बताया कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने और राहत एवं बचाव कार्यों में आने वाली परेशानियों के मद्देनजर ‘रिवर राफ्टिंग’ को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया गया है.
मुनि की रेती में मंगलवार को गंगा नदी का जल स्तर 338 मीटर था, जो खतरे के निशान 339 मीटर के नजदीक था. ऋषिकेश में गंगा नदी में ‘रिवर राफ्टिंग’ पूरे देश में राफ्टिंग प्रेमियों की पहली पसंद मानी जाती है और इसके लिए सप्ताहांत में भारी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं. जुलाई-अगस्त में मानसून अवधि को छोड़कर ये गतिविधियां वर्ष के 10 महीने अनवरत जारी रहती हैं.
बता दें कि ऋषिकेश को रिवर राफ्टिंग राजधानी के नाम से भी जाना जाता है. यहां पर हर साल लाखों पर्यटक गंगा की लहरों पर राफ्टिंग का आनंद लेने आते हैं. हालांकि मानसून के मौसम में विशेष रूप से जून और जुलाई में भारी बारिश के कारण गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ता है. अब उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश और हिमालयी क्षेत्रों में बर्फ पिघलने के कारण गंगा का जलस्तर सामान्य से अधिक हो गया है. इसी वजह से प्रशासन ने इस स्थिति को देखते हुए राफ्टिंग पर रोक लगा दी है.
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ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग हुई बंद, गंगा का जलस्तर बढ़ने पर लिया गया फैसला
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