भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट 6 रन से जीत लिया। इसी के साथ पांच मैचों की सीरीज 2-2 से बराबर रही। पांचवें मैच के आखिरी दिन इंग्लैंड को 35 रन बनाने थे और चार विकेट बचे थे, लेकिन टीम ने 28 रन बनाने में चार विकेट गंवा दिए। मैच के आखिरी दिन इंग्लिश पेसर क्रिस वोक्स चोट के बावजूद बैटिंग करने उतरे। उनके कंधे में मैच के पहले दिन चोट लग गई थी। हालांकि, उन्हें एक भी बार स्ट्राइक नहीं मिली, लेकिन उन्होंने नॉन स्ट्राइक एंड से दौड़कर रन जरूर बनाए। वहीं, सीरीज के चौथे मैच में रवींद्र जडेजा ने इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स के ड्रॉ का प्रपोजल ठुकरा दिया था। ऐसे ही इस सीरीज में कई मोमेंट्स देखने को मिले। सीरीज के टॉप-12 मोमेंट्स को रीविजिट करते हैं… पांचवां टेस्ट: भारत जीता 1. वोक्स लेफ्ट हैंड से बैटिंग करने उतरे इंजर्ड क्रिस वोक्स मैच में लेफ्ट हैंड से बैटिंग करने उतरे। वोक्स मैच के पहले दिन चोटिल हो गए थे। मिड-ऑफ पर फिल्डिंग कर रहे वोक्स ने बाउंड्री पर डाइव लगाई और चौका बचाने में कामयाब रहे। लेकिन चौका बचाने के दौरान वे अजीब तरह से गिरे और कंधा चोटिल कर बैठे। फिर उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। इसके बाद वे पूरे मैच में बॉलिंग नहीं कर सके, वे पहली पारी में बैटिंग भी करने नहीं उतरे थे। 2. ब्रूक का कैच लेकर बाउंड्री से बाहर गए सिराज पांचवें टेस्ट के चौथे दिन 35वें ओवर में इंग्लैंड के हैरी ब्रूक को जीवनदान मिला। उन्होंने प्रसिद्ध कृष्णा की पहली बॉल पर पुल किया और बॉल बाउंड्री पर सिराज के पास गई। सिराज ने इसे कैच भी कर लिया, लेकिन उनका एक पैर बाउंड्री से टकरा गया। इससे ब्रूक को जीवनदान मिल गया। इस समय ब्रूक 19 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। बाद में ब्रूक ने तेजी से बल्लेबाजी की और शतक लगाकर 111 रन बना दिए। 3. आकाश दीप कैच लेते समय फिसल कर गिरे 64.1 ओवर में आकाश दीप ने जैकब बेथेल को शॉर्ट ऑफ लेंथ बॉल फेंकी। बेथेल ने शॉट खेला, टॉप एज लगा, लेकिन किस्मत से गेंद जमीन पर गिर गई। आकाश दीप अपने ही फॉलोथ्रू में तेजी से पलट नहीं पाए और फिसल कर गिर पड़े। इस समय आसपास कोई और फील्डर भी नहीं था। चौथा टेस्ट: ड्रॉ रहा 4. फारुख इंजीनियर और क्लाइव लॉयड के नाम स्टैंड बना भारत के पूर्व विकेटकीपर फारुख इंजीनियर और वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान क्लाइव लॉयड के नाम पर ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में स्टैंड का नाम रखा गया। मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन दोनों ने एक साथ स्टेडियम में लगी घंटी बजाकर मैच की शुरुआत भी की। लॉयड ने वेस्टइंडीज को 1975 और 1979 का वनडे वर्ल्ड कप जिताया। वहीं इंजीनियर ने भारत के लिए 46 टेस्ट और 5 वनडे खेले। उनके नाम 13 हजार प्लस फर्स्ट क्लास रन रहे। 5. लंगड़ाते हुए बैटिंग करने उतरे ऋषभ पंत भारत के विकेटकीपर ऋषभ पंत मुकाबले के पहले दिन बैटिंग के दौरान इंजर्ड हो गए। उनके दाएं पैर की उंगली में चोट लगी थी, जिस कारण उन्हें 37 रन के स्कोर पर रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा। वे दूसरे दिन छठा विकेट गिरने के बाद लंगड़ाते हुए बैटिंग करने उतरे। पंत ने 75 बॉल खेली और 54 रन बनाकर टीम को 350 के पार पहुंचा दिया। 6. स्टोक्स ने ड्रॉ का प्रपोजल दिया, जडेजा-सुंदर का इनकार मैनचेस्टर टेस्ट के आखिरी दिन इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स ने दोनों भारतीय बल्लेबाजों रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर को ड्रॉ के लिए हाथ मिलाने का इशारा किया। लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने उनका प्रस्ताव ठुकरा दिया। जडेजा और सुंदर, दोनों ही अपने-अपने शतकों के बेहद करीब थे और वे इसे पूरा करना चाहते थे। स्टोक्स का चेहरा देखकर साफ जाहिर था कि वे इस फैसले से नाखुश थे, लेकिन भारतीय जोड़ी अपने इरादे पर अडिग दिखी। इस मैच में भारतीय टीम पहले बैटिंग करते हुए पहली पारी में 358 रन पर ऑलआउट हो गई। इसके बाद इंग्लैंड ने पहली पारी में 669 बनाए। इंग्लैंड को 311 रन की बढ़त मिली। मैच के चौथे दिन भारत ने दूसरी पारी शुरू की। टीम ने दिन का खेल खत्म होने तक 2 विकेट के नुकसान पर 174 रन बनाए। पांचवें दिन टीम ने खेलना शुरू किया और पूरे दिन बैटिंग की, आखिरी सेशन चल रहा था और 15 ओवर बाकी थे। स्टोक्स ड्रॉ का प्रपोजल लेकर जडेजा और सुंदर के पास गए, लेकिन दोनों ने मना तक दिया। तीसरा टेस्ट: इंग्लैंड जीता 7. सिराज ने डिओगो जोटा को समर्पित किया विकेट मोहम्मद सिराज ने लॉर्ड्स टेस्ट के दूसरे दिन जैमी स्मिथ को विकेटकीपर ध्रुव जुरेल के हाथों कैच कराया। स्मिथ 51 रन बनाकर आउट हुए। सिराज ने हाथ से 20 नंबर का साइन बनाया और दिवंगत पुर्तगाली फुटबॉलर डिओगो जोटा को ट्रिब्यूट दिया। युवा जोटा की कुछ दिनों पहले ही कार एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। जोटा का जर्सी नंबर 20 ही था। सिराज ने इस विकेट के बाद हाथ भी जोड़े। 8. बैट पर गेंद लगने के बाद भी बोल्ड हुए सिराज
लॉर्ड्स टेस्ट के आखिरी दिन भारत से नंबर-11 पर बैटिंग करने उतरे मोहम्मद सिराज अजीब तरीके से आउट हुए। 75वें ओवर की पांचवीं बॉल शोएब बशीर ने गुड लेंथ पर फेंकी। सिराज ने बैकफुट पर डिफेंस किया। गेंद उनके बैट से लगी, लेकिन पिच पर टप्पा खाकर स्टंप्स से टकरा गई। सिराज 4 रन बनाकर बोल्ड हुए और भारत ने अपना 10वां विकेट और मैच गंवा दिया। सिराज के सामने रवींद्र जडेजा 61 रन के स्कोर पर नॉटआउट रह गए। उन्होंने जसप्रीत बुमराह और सिराज के साथ मिलकर 58 रन बनाए, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। दूसरा टेस्ट: भारत जीता 9. 269 रन बनाने पर गिल को स्टैंडिंग ओवेशन मिला शुभमन गिल ने बर्मिंघम में अपने टेस्ट करियर की पहली डबल सेंचुरी लगाई। दोहरा शतक पूरा करने के बाद उन्होंने एग्रेसिव सेलिब्रेशन किया। उनके 269 रन बनाने के बाद बर्मिंघम के दर्शकों ने खड़े होकर तालियां बजाईं और गिल को स्टैंडिंग ओवेशन दिया। 10. अंडर-19 प्लेयर्स मैच देखने पहुंचे
भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम भी दूसरे टेस्ट के दौरान इंग्लैंड में वनडे और टेस्ट की सीरीज खेलने गई थी। 14 साल के वैभव सूर्यवंशी समेत टीम के कई प्लेयर दूसरे दिन का मैच देखने के लिए स्टेडियम पहुंचे थे। पहला टेस्ट: इंग्लैंड जीता 11. काली पट्टी बांधकर खेलने उतरे प्लेयर्स भारत-इंग्लैंड टीम के खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ और दर्शकों ने मैच शुरू होने से पहले 2 मिनट का मौन रखा था। साथ ही सभी प्लेयर्स काली पट्टी बांधकर भी खेलने उतरे। 12 जून को अहमदाबाद के प्लेन हादसे में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए ऐसा किया गया। 12. साई 20 जून को टेस्ट डेब्यू करने वाले चौथे भारतीय साई सुदर्शन को पहले टेस्ट में डेब्यू का मौका मिला। सुदर्शन 20 जून को टेस्ट डेब्यू करने वाले चौथे प्लेयर बने। वे भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 317वें खिलाड़ी बने। हालांकि, सुदर्शन अपने डेब्यू पर खाता भी नहीं खोल सके। राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली और विराट कोहली ने भी इस तारीख को डेब्यू किया था। खास बात यह है कि सभी ने 100 से ज्यादा टेस्ट मैच खेले हैं।
एक हाथ से बैटिंग करने उतरे क्रिस वोक्स:मैनचेस्टर में जडेजा ने स्टोक्स के ड्रॉ का प्रपोजल ठुकराया; एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के टॉप-12 मोमेंट्स
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