एडिश्नल कमिश्नर ने 24 साल का ईसीआर 48 घंटे में मांगा, लापरवाही पर होगी कार्रवाई

by Carbonmedia
()

भास्कर न्यूज| अमृतसर एडिश्नल एडिश्नल कमिश्नर ने निगम के हेल्थ विभाग में सर्विस रिकार्ड गायब होने पर दफ्तर में हंगामा व आलमारी ईंट से तोड़ने की घटना सामने आने पर गंभीरता से लेते हुए 24 साल (साल 2021 से 2025) तक का एस्टेब्लिशमेंट (ईसीआर) 48 घंटे में तलब किया है। सेहत अफसर डॉ. रमा रानी ने बीते 23 जून को जारी लैटर में लिखा है कि साल 2025-26 के ईसीआर में जो भी कर्मचारी सेहत विभाग के अमला से वेतन जारी नहीं करवा रहे, उनकी सर्विस बुक भी चेक करवाई जाए। लापरवाही बरतने पर संबंधित के खिलाफ अनुशासनात्मक व कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। एडिश्नल कमिश्नर से प्राप्त हिदायतों का पालना करते हुए सेहत विभाग में नियुक्त स्टॉफ का सर्विस रिकार्ड ऑनलाइन इंटीग्रेटेड ह्यमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (आईएचआरएमएच) पोर्टल पर चढ़ाया जा रहा है, लेकिन कुछ क्लर्कों की तरफ से यह कहा जा रहा कि उनके पास रिकार्ड उपलब्ध नहीं है। इसलिए लिखा जाता है कि रिकार्ड 25 जून तक को सुबह 11 बजे तक हर हालत में निजी तौर पर पेश होकर मुहैया कराएं। हेल्थ विभाग में बीते 23 जून को रिकार्ड को लेकर कमरा नंबर-321 में हंगामा हुआ था। जिसके अगले दिन ही अमला क्लर्क ने 2 रिकार्ड आलमारी खोलकर सौंप दिए थे, लेकिन अब भी सैकड़ों मुलाजिमों के सर्विस रिकार्ड का पता नहीं लग पाया है। हेल्थ विभाग के सफाई सेवकों के रिकार्ड सबसे ज्यादा मिसिंग हैं। हैरानी तो यह है कि एक तरफ रिकार्ड गुम होने की बातों से अफसर साफ मुखर जाते हैं, दूसरी तरफ कार्रवाई के लिए आदेश-निर्देश देकर रिकार्ड पेश करने के लिए बुलाया जा रहा है। यदि एक भी मुलाजिम के खिलाफ रिकार्ड गायब होने के मामले में सस्पेंशन व पर्चा दर्ज कराने की कार्रवाई हुई तो जिन्होंने छिपा रखा है, सभी मिल भी जाएंगे। लेकिन ऐसी हिदायतें कई बाद जारी हो चुकी और कुछ नहीं हुआ। इसलिए लगातार मनमानी चली आ रही है। गौर हो कि बीते 20 जून को एएमएचओ डॉ. रमा ने अमला क्लर्क दीपक से रिकार्ड मांगा तो उसने अलमारी खोलने से इनकार कर दिया था। इसी दिन आलमारी खोलने की कोशिश करने के लिए एक शख्स ईंट से लॉकर तोड़ते वीडियो सामने आया। हैरानी तो यह है कि यह घटना तब हुई जब एएमएचओ मौके पर ही चेयर में बैठी थी और सबकुछ उनके सामने होता रहा। यह मामला उच्च अफसरों की नोटिस में भी पहुंचा लेकिन 4 दिन बाद भी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है। हालांकि खानापूर्ति के लिए अब फिर से रिकार्ड पेश करने के आदेश जरूर दिए गए हैं। निगम सूत्रों की मानें तो क्लर्कों के पास रिकार्ड मिसिंग रहने पर उनसे जवाब लिया जा सकता है कि लिखित में दें। ताकि इसके पहले जो अमला क्लर्क थे उन्हें रिकार्ड देने के लिए बुलाया जा सके। यदि उनके पास भी नहीं मिला तो उससे पहले के अमला क्लर्कों से रिकार्ड के बारे पूछताछ की जाएगी। फिलहाल, एडिश्नल कमिश्नर की सख्ती के बाद हेल्थ महकमा हरकत में आ गया है। ऐसे में माना जा रहा कि कार्रवाई के डर से गुम बताए जा रहे रिकार्ड जल्द ही सौंप दिए जाएंगे।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment