भास्कर न्यूज | लुधियाना स्वास्थ्य विभाग ने जिले में मलेरिया से बचाव और लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। जुलाई को मलेरिया विरोधी माह के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं, जहां लोगों को बताया जा रहा है कि मलेरिया भी डेंगू की तरह मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर एनोफिलीज फीमेल होता है, जो गंदे पानी में पनपता है। मलेरिया के लक्षणों में ठंड लगकर तेज बुखार आना, सिर दर्द, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, उल्टी या जी मिचलाना शामिल हैं। यदि ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत खून की जांच कराएं, क्योंकि कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है। राहत की बात यह है कि मलेरिया की जांच और इलाज सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में निशुल्क किया जा रहा है। लोगों से अपील की गई है कि घर और आसपास सफाई रखें और विभाग के प्रयासों में सहयोग दें। सिविल सर्जन डॉ. रमनदीप कौर ने बताया कि यह अभियान नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के तहत चलाया जा रहा है। खासतौर पर उन इलाकों में फोकस किया जा रहा है, जहां पानी जमा होने की समस्या है। उन्होंने कहा कि मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम तभी संभव है, जब आमजन जागरूक हों और खुद भी साफ-सफाई पर ध्यान दें। मलेरिया फैलाने वाला एनोफिलीज मच्छर ज्यादातर गंदे और ठहरे पानी में अंडे देता है, इसलिए कूलर, गमले, टंकी, छतों व आसपास के इलाकों में जमा पानी को तुरंत हटाएं। जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. शीतल नारंग ने कहा कि अगर किसी को तेज बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना, उल्टी या मांसपेशियों में दर्द जैसे लक्षण दिखें तो मलेरिया की जांच अवश्य करवाएं। सही समय पर पहचान और इलाज से मलेरिया को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इलाज में देरी से मरीज की हालत गंभीर हो सकती है, इसलिए डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा न लें। इस मौके पर जिला मास मीडिया और सूचना अधिकारी परमिंदर सिंह, जिला बीसीसी कोऑर्डिनेटर बरजिंदर सिंह बराड़, मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर सुखप्रीत सिंह और सौरव वालिया ने आज शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अब्दुल्लापुर बस्ती में लोगों को मलेरिया से बचाव के बारे में जागरूक किया।
एनोफिलीज मच्छर से मलेरिया होता है, बुखार आए तो तुरंत जांच करवाएं, सभी सरकारी केंद्रों पर इलाज व जांच मुफ्त है
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