ऐलनाबाद प्ले स्कूल स्टूडेंट मौत केस: एक भी नॉर्म पूरे:सीडब्ल्यूसी ने डीसी को भेजी रिपोर्ट, उसी में हुआ खुलासा, हाई कोर्ट सख्त

by Carbonmedia
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सिरसा से ऐलनाबाद के प्ले स्कूल में स्टूडेंट की मौत मामले में स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कई कारण सामने आए हैं। स्कूल में न हवादार खिड़कियां, न रजिस्ट्रेशन, न सीसीटीवी तो न ही सही ढंग से शौचालय बने हुए थे। स्कूल की बिल्डिंग भी परोपर नहीं थी। स्कूल में हाजिरी रजिस्टर, क्लास रूम सही न होना और परिसर में गंदगी पसरी मिलीं। एक तरह से स्कूल एक भी नॉर्म पूरे नहीं कर रहा था। इस वजह से उसे बंद ही करना पड़ा। इसको लेकर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की ओर से पूरी रिपोर्ट डीसी को भेज दी है। उसी में यह खुलासा हुआ है। अब आगामी कार्रवाई जिला प्रशासन और सरकार की ओर से एक्शन लिया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, सीडब्ल्यूसी ने स्कूल का जायजा लिया और बच्चों के परिजनों से बयान लिए गए। बयान में परिजनों ने कहा कि उनसे दबाव में बयान दर्ज करवा लिए, उनको यह कहा कि संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई और कोई कारण नहीं बताया। बाद में उनको पास कोई नहीं आया।उसी आधार पर तथ्यों को रखा गया। इस स्कूल के अलावा एक और प्ले स्कूल ऐलनाबाद में चल रहा है। इसमें शिक्षा विभाग एवं महिला बाल विकास की लापरवाही है कि कोई ध्यान नहीं दिया। ऐसे में स्कूल बिना मान्यता के चल रहा था और बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ था। घटना के बाद अब स्कूल को नोटिस भेजकर बंद करवा दिया है। हाई कोर्ट काे जवाब भेजेगा विभाग इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा के सिरसा स्थित एक अपंजीकृत प्ले स्कूल में चार वर्षीय बच्चे की मौत के मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए हरियाणा के महिला एवं बाल विकास विभाग से जवाब मांगा है। मुख्य न्यायाधीश शील नागू और संजीव बेरी की पीठ ने हरियाणा के महिला एवं बाल विकास महानिदेशक और सिरसा के डीसी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। हाईकोर्ट ने जिले में बिना मान्यता के चल रहे प्ले स्कूलों पर भी जवाब मांगा है। इसका जबाव विभाग भेजेगा। वहीं सीडब्ल्यूसी चेयरपर्सन अनीता वर्मा का कहना है कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेज दी है। स्कूल में जो कमियां मिली और लापरवाही मिली थी और बच्चे के परिजनों के बयान दर्ज किए थे। यह जानिएं प्वाइंट में, रिपोर्ट में क्या मिला स्कूल क्लास टाइम में बच्चों की हाजिरी लगी या नहीं, पूरी जानकारी रजिस्टर में नहीं थी। ममेराकलां गांव में एक मकान को लीज पर लिया था, उसी में स्कूल खोला हुआ था। स्टाफ एवं संचालक को भी पूरी जानकारी नहीं कि कैसे स्कूल चलाते हैं। स्कूल की मान्यता पाने को संचालक ने कोई प्रयास नहीं किया और न ही इससे संबंधित कोई रिकॉर्ड मिला। यूं जानिए पूरा मामला… जानकारी के मुताबिक, 4 वर्षीय अरमान ऐलनाबाद के मौजूखेड़ा गांव का रहने वाला था और ममेराकलां के वंडर प्ले स्कूल में पढ़ता था। 1 जुलाई मंगलवार दोपहर को अरमान स्कूल में लंच टाइम के दौरान अचानक जमीन पर गिर पड़ा था। तबीयत बिगड़ने पर बच्चा करीब आधे घंटे तक बेंच पर अकेला बैठा रहा, उसके पास कोई स्टाफ मौजूद नहीं था। बाद में उसे स्कूल संचालक ने आकर देखा तो उसे पहले ऐलनाबाद के ही दो निजी अस्पतालों में लेकर गए और बाद में सरकारी अस्पताल में लेकर पहुंचे। तब तक बच्चे ने दम तोड़ दिया। घरवालों को सीसीटीवी फुटेज नहीं मिली तो असली कारणों का पता नहीं चल पाया। बच्चे की मौत रहस्यमय बन गई। अब विसरा रिपोर्ट में पता चल पाएगा। मृतक अरमान अपने परिवार का इकलौता बेटा था। उसके पिता सुखदेव सिंह पेट्रोल पंप पर काम करते हैं। उसकी एक छोटी बहन एक साल की बेटी है।

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