ऑनलाइन फर्जी डिग्री रैकेट का बड़ा खुलासा, दिल्ली पुलिस ने दो ठगों को पकड़ा

by Carbonmedia
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Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक बड़े ऑनलाइन फर्जी डिग्री रैकेट का पर्दाफाश करते हुए दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों की पहचान हरियाणा के भिवानी निवासी कपिल झाकर और दिल्ली के आनंद विहार की रहने वाली दामिनी शर्मा के रूप में हुई है. दिल्ली पुलिस ने इन आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन, सात सिम कार्ड और सैकड़ों फर्जी डिग्रियों की डिजिटल कॉपियां भी रिकवर की हैं.
दिल्ली पुलिस के द्वारा गिरफ्तारी की यह कार्रवाई एक आईटी कंपनी में काम करने वाले पीड़ित युवक की शिकायत पर शुरू हुई. युवक पिछले 6 सालों से गुड़गांव की एक आईटी फर्म में संविदा पर काम कर रहा था और उसे हाल ही में परमानेंट जॉब ऑफर हुई थी. लेकिन इस दौरान उसे पता चला कि उसके पास केवल मार्कशीट की कॉपी है ग्रेजुएशन की डिग्री नहीं. हालांकि उसकी बहुत कोशिशों के बाद भी डिग्री नहीं मिली तो उसने अपने मैनेजर से जानकारी ली जिसने कपिल झाकर नाम के एक व्यक्ति का नंबर दिया. कपिल ने शुरुआत में 25-30 हजार रुपये की मांग की लेकिन फिर अलग-अलग बहानों से किश्तों में करीब 1 लाख 55 हजार 874 रुपये हड़प लिए.
आरोपियों ने फर्जी डिग्री भेजकर किया ब्लॉककुछ समय बाद कपिल ने पीड़ित को मानो भारतीय यूनिवर्सिटी की एक डिग्री भेजी जो ना तो साइन की हुई थी और ना ही मान्यता प्राप्त थी. जब पीड़ित की कंपनी ने इस डिग्री को खारिज कर दिया. तो कपिल ने उसे ब्लॉक कर दिया. इसके बाद युवक ने साइबर सेल में 20 मार्च को शिकायत दर्ज करवाई.
दिल्ली में नेटवर्क, आरोपी हरियाणा से गिरफ्तारदिल्ली पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस और लोकेशन ट्रैकिंग के जरिए दिल्ली पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस और लोकेशन ट्रैकिंग के जरिए मुख्य आरोपी कपिल झाकर को हरियाणा के भिवानी डिस्ट्रिक्ट से गिरफ्तार किया. दिल्ली पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह फर्जी डिग्रियों की सप्लाई एक महिला साथी के जरिए करता है. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने कड़कड़डूमा इलाके से दामिनी शर्मा नाम की आरोपी को भी अरेस्ट कर लिया. उसके पास से बरामद मोबाइल और सिम कार्ड में सैकड़ो फर्जी डिग्रियों के डिजिटल दस्तावेज भी पुलिस ने बरामद किए. 
दिल्ली पुलिस बड़े नेटवर्क की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि यह फर्जी डिग्रियां किन-किन यूनिवर्सिटी के नाम पर बनाई गई है और अब तक कितने लोगों को यह फर्जी डिग्री बेची जा चुकी है. दिल्ली पुलिस की जांच में सामने आया यह गैंग सोशल मीडिया और ऑनलाइन विज्ञापनों के जरिए भोले भाले लोगों को निशाना बनाता है. फिलहाल दिल्ली पुलिस ने दोनों आरोपियों को ज्यूडिशल कस्टडी में भेज दिया है और इस गैंग के अन्य सदस्यों और ग्राहकों की तलाश में जुटी है. 

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