दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नशीले पदार्थों की तस्करी में लिप्त इंटर स्टेट गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने एक ट्रक और कार से 411 किलो हाई क्वालिटी वाला गांजा बरामद किया है. जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत 1.90 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है.
दिल्ली पुलिस ने ख़ुफ़िया जानकारी पर की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस द्वारा यह कार्रवाई द्वारका के पास गोल्फ कोर्स रोड पर नाले के किनारे अंजाम दी गई जहां पुलिस की टीम ने सूचना के आधार पर घेराबंदी कर एक ट्रक और कार को रोका. मौके पर तीन लोग गांजा ट्रक से कार में शिफ्ट कर रहे थे. पुलिस ने इन तीनों को दबोच लिया और जब वाहनों की तलाशी ली गई, तो ट्रक और कार में भरा हुआ था नशे का जखीरा.
अपराधियों का आपराधिक इतिहास
दिल्ली पुलिस ने 4 तस्करों को अरेस्ट किया है. दिल्ली पुलिस ने लोकेश भारद्वाज नाम के तस्कर को पकड़ा है जो हरियाणा के रेवाड़ी का रहने वाला है. बी.कॉम की पढ़ाई बीच में छोड़ फास्ट मनी के चक्कर में गांजा तस्कर बन गया. आशीष खासा उर्फ आशु, मोईन खान जो ट्रक ड्राइवर है जिसने ट्रक को गांजे की ढुलाई का जरिया बना दिया. श्रीकांत प्रसाद जो ओडिशा से गांजा सप्लाई कर रहा था और पुलिस से बचने के लिए लगातार अपना ठिकाना बदलता रहता था.
दिल्ली पुलिस ने रणनिति के तहत की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने टीम बनाकर मिलकर खुफिया नेटवर्क खड़ा किया. पुलिस ने 6 जुलाई को ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए पुलिस टीम ने जाल बिछाया और जैसे ही ट्रक से गांजा निकालकर कार में रखा जाने लगा, उसी वक्त अपराध शाखा की टीम ने दबिश देकर तीनों तस्करों को दबोच लिया. पुलिस पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ कि गांजा ओडिशा से लाया गया था और दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में इसकी डिलीवरी दी जानी थी.
तस्करों का तरीका था प्रोफेशनल
पुलिस के मुताबिक गांजा को ट्रक में छिपाकर राज्यों की बॉर्डर पार कराई जाती थी. दिल्ली पहुंचने पर उसे कार में शिफ्ट कर स्थानीय डिलीवरी दी जाती थी. मुख्य सप्लायर श्रीकांत, नक्सल क्षेत्रों में रहकर नेटवर्क संचालित करता था ताकि पुलिस की पकड़ में न आए. आरोपियों के खिलाफ NDPS अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.
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