Jharkhand Politics: झारखंड बीजेपी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शनिवार (24 मई) को झारखंड में हुए शराब घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग उठाई है. उनका कहना है कि यह घोटाला छत्तीसगढ़ में हुए घोटाले से जुड़ा हो सकता है. इसलिए, इसकी जांच सीबीआई को ही सौंपनी चाहिए.
रघुवर दास ने कहा कि झारखंड में हुए घोटाले का ब्योरा मीडिया में आई 100 करोड़ की रकम से कहीं ज्यादा 600 से 700 करोड़ रुपये हो सकता है. उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार के इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश का जिक्र करते हुए, झारखंड में भी ऐसी ही जांच की मांग की. उन्होंने शनिवार (24 मई) संवाददाता सम्मेलन में कहा की नई शराब नीति 2025 नियमावली में कैबिनेट ने जो प्रस्ताव दिया है, वह हमारे समय बनी 2018 शराब नीति नियमावली के अनुसार है.
’हमारे समय 1082 करोड रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई थी'
पूर्व सीएम ने कहा, “हेमंत सरकार ने माना है कि अन्य राज्यों के नियमावली से ज्यादा अच्छा 2008 में बनी नियमावली है. उन्होंने बताया कि 2018 और 2019 में हमारे समय 1082 करोड रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई थी और वह अगले साल 2019-20 में बढ़कर राजस्व दुगना हो गया और यह राशि 2009 करोड रुपये हो गई. हमारे शराब नियमावली झारखंड के हित में थी और हमने शेड्यूल एरिया में कम से कम शराब की दुकान खोलने की अनुमति दी थी.”
’हेमंत सरकार ने राजस्व में कमी की है'
उन्होंने बताया कि 2020 में हेमंत सरकार ने दो बार नियमावली बदली है. उस समय के उत्पाद सचिव और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव आज होटवार जेल में बंद है. उन्होंने बताया कि हेमंत सरकार ने राजस्व में कमी की है, जिससे झारखंड में शराब सस्ता मिल रहा है. अभी पुन: एक बार फिर 2018 शराब नियमावली के अनुसार ही कैबिनेट ने प्रस्ताव दिया है.
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