कनाडा के सरे शहर में मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा के नए कैफे ‘Kaps Cafe’ पर हुई फायरिंग की घटना ने भारतीय समुदाय सहित सभी को हैरान कर दिया है। कनाडाई समय के अनुसार गुरुवार तकरीबन 1 बजे तड़के एक अज्ञात हमलावर ने कैफे की ओर नौ राउंड फायरिंग किए। हमलावर एक कार में सवार था और कैफे के सामने से गुजरते हुए गोलियां चलाईं। राहत की बात यह है कि इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ है, लेकिन घटना ने कैफे की टीम और कपिल शर्मा के फैंस को गहरे सदमे में डाल दिया है। घटना के बाद ‘Kaps Cafe’ की ओर से सोशल मीडिया पर एक आधिकारिक संदेश जारी किया गया। इंस्टाग्राम पर साझा इस पोस्ट में टीम ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए लिखा- हमने Kaps Cafe को सिर्फ एक बिजनेस के तौर पर नहीं, बल्कि एक ऐसी जगह के रूप में शुरू किया था, जहां लोग कॉफी के साथ बातचीत करते हुए सुकून पा सकें। मगर, इस सपने के साथ इस तरह की हिंसा का टकराव होना दिल तोड़ने वाला है। हम इस सदमे से जूझ रहे हैं, पर हार नहीं मानेंगे। टीम ने यह भी कहा कि उन्हें लोगों से मिले समर्थन, प्रार्थनाओं और स्नेहपूर्ण संदेशों से हिम्मत मिली है। उन्होंने लिखा, “आपकी दुआएं और समर्थन हमारे लिए ताकत बन गई हैं। आप सबका हमारे प्रति विश्वास ही है जो इस कठिन समय में हमें संभाले हुए है। हम सभी मिलकर इस हिंसा के खिलाफ खड़े होंगे और ‘Kaps Cafe’ को दोबारा एक सुरक्षित और सकारात्मक जगह बनाएंगे।” कनाडा पुलिस की जांच में क्या सामने आया..
कनाडा पुलिस कर रही हमलावरों की तलाश
घटना की सूचना मिलने के बाद कनाडा की स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और हमलावर की तलाश जारी है। कपिल शर्मा की ओर से अब तक इस घटना पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक वह इस घटना से बेहद व्यथित हैं और अपने स्टाफ की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। खालिस्तानी आतंकी मॉड्यूल आया सामने
प्रारंभिक जांच में इस हमले से बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़े खतरनाक आतंकी हरजीत सिंह उर्फ लाड्डी का नाम जुड़ता दिख रहा है, जो लंबे समय से भारत और विदेशों में टारगेट किलिंग व दहशत फैलाने में सक्रिय है। जानें कौन है ये हरजीत लाड्डी.. पंजाब का रहने वाला, 10 लाख का इनामी
हरजीत सिंह उर्फ लाड्डी, पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर (नवांशहर) जिले के गांव गर्पधाना का निवासी है। उसके पिता का नाम कुलदीप सिंह है। वह खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) का सक्रिय सदस्य है और भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उस पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। फिलहाल वह फरार है और उसके खिलाफ इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने की प्रक्रिया चल रही है। हिंदू नेता विकास बग्गा की करवा चुका हत्या
हरजीत लाड्डी पर भारत में कई टारगेट किलिंग करने का आरोप है। वर्ष 2023 में उसने अपने साथी कुलबीर सिंह उर्फ सिधु निवासी यमुनानगर (हरियाणा) के साथ मिलकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) नेता विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की हत्या की थी। यह हत्या न केवल एक व्यक्ति को निशाना बनाकर की गई थी, बल्कि इसका उद्देश्य पंजाब में धार्मिक कट्टरता और अस्थिरता फैलाना था। ISI के इशारों पर चलता है लाड्डी
लाड्डी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और कनाडा में बैठे खालिस्तानी आतंकी सरगनाओं जैसे लखबीर लांडा, अरशदीप ढल्ला और गोल्डी बराड़ के सीधे संपर्क में रहता है। इनका उद्देश्य भारत विरोधी एजेंडा फैलाना, युवाओं को कट्टरपंथ की ओर आकर्षित करना और सामाजिक अस्थिरता पैदा करना है। यह नेटवर्क सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को भड़काने, उन्हें कट्टर विचारधारा अपनाने के लिए उकसाने और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल करने का काम करता है। इसके अलावा, यह संगठन ड्रोन के जरिए भारत में हथियार और विस्फोटक गिरवाने जैसी गंभीर अपराधों को भी अंजाम दे रहा है। कौन है कुलबीर सिंह उर्फ सिद्धू… हरियाणा के जगाधरी का रहने वाला, बीकेआई का प्रमुख सदस्य
कुलबीर सिंह उर्फ लाड्डी, हरियाणा के यमुनानगर जिले के जगाधरी थाना क्षेत्र का निवासी है और खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) का एक प्रमुख सदस्य है। उसके पिता का नाम सुखविंदर सिंह है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उस पर 10 लाख का इनाम घोषित कर रखा है। फिलहाल वह फरार चल रहा है। इसके खिलाफ भी इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के लिए प्रक्रिया चल रही है। हरजीत लाड्डी के साथ मिलकर की हिंदू नेता की हत्या
वर्ष 2023 में पंजाब के आनंदपुर साहिब क्षेत्र में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेता विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की हत्या की साजिश में कुलबीर सिंह की प्रमुख भूमिका रही। यह हत्या, धार्मिक कट्टरपंथ को उकसाने और हिंदू नेताओं में भय फैलाने की साजिश का हिस्सा थी। इस साजिश में उसने अपने साथी हरजीत सिंह उर्फ लाड्डी के साथ मिलकर काम किया। आतंकियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट देने में माहिर
कुलबीर सिंह केवल आतंकवाद गतिविधियों में ही नहीं, बल्कि आतंकी मॉड्यूल को लॉजिस्टिक सपोर्ट देने में भी माहिर है। वह फर्जी पासपोर्ट, सिम कार्ड, हथियारों की व्यवस्था और ट्रेनिंग की व्यवस्था जैसे कार्यों में संलिप्त रहा है। एनआईए की चार्जशीट के अनुसार, वह उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के पूरनपुर क्षेत्र में करीब आठ महीने तक छिपा रहा और वहीं से उसने आतंकी नेटवर्क को संचालित किया। भारत में उसके खिलाफ यूएपीए (UAPA), आईपीसी और आर्म्स एक्ट के तहत कई गंभीर मामले दर्ज हैं। इसके अतिरिक्त, वह वीजा धोखाधड़ी और फर्जी पहचान पत्र तैयार करने जैसे मामलों में भी शामिल पाया गया है। यूपी पुलिस ने उसके खिलाफ आतंकी नेटवर्क को स्थानीय समर्थन देने और विदेशी खुफिया एजेंसियों के संपर्क में रहने की पुष्टि की है। नेपाल के रास्ते 2021 में भागा विदेश
कुलबीर सिंह वर्ष 2021 के आसपास नेपाल के रास्ते अवैध रूप से विदेश भाग गया था। जांच में यह बात सामने आई कि वह ‘डंकी रूट’ से पहले ग्रीस और फिर यूके में दाखिल हुआ, जहां वह खालिस्तानी नेताओं और आईएसआई एजेंटों के संपर्क में आया। वहीं से उसे आतंकवादी गतिविधियों के लिए प्रशिक्षण और फंडिंग मिली। भारतीय खुफिया एजेंसियों के डोजियर में कुलबीर सिंह का नाम BKI के “लॉजिस्टिक कमांडर” के रूप में दर्ज है। उसकी भूमिका केवल साजिशकर्ता तक सीमित नहीं, बल्कि आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए जमीन पर नेटवर्क खड़ा करने में उसकी भूमिका अत्यंत खतरनाक मानी गई है। कुलबीर सिंह वर्तमान में विदेश में छिपा बैठा है। भारत के साथ-साथ कनाडाई और ब्रिटिश एजेंसियां भी उसके ठिकानों का पता लगाने में जुटी हुई हैं।
कनाडा में कपिल शर्मा के Kaps कैफे पर हमला:मशहूर कॉमेडियन की टीम बोली- ये सपना और दिल तोड़ने जैसा, हार नहीं मानेंगे
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