आज अनसुनी दास्तानें के 3 चैप्टर में कहानी कन्नड़ एक्ट्रेस शनाया काटवे की, जिसने अपने ही भाई की हत्या करवाई, शरीर के कई टुकड़े करवाए और फिर कटा हुआ सिर जंगल और धड़ के टुकड़े कुएं में ठिकाने लगवा दिए। 9 अप्रैल 2021 की बात है कन्नड़ की उभरती एक्ट्रेस शनाया काटवे जल्द ही एक बड़ी फिल्म ओंदु घंटैया काठे में नजर आने वाली थीं। उस रोज शनाया ने हुबली में एक प्रमोशन पार्टी रखी। वो हुबली में ही अपने माता-पिता और छोटे भाई के साथ रहती थीं। प्रमोशन में शनाया के माता-पिता भी पहुंचे थे, लेकिन भाई ने घर में रुकने का फैसला किया था। उस प्रमोशन पार्टी में शनाया की फिल्म से जुड़े कई लोग थे। प्रेस वालों को भी बढ़-चढ़कर बुलाया गया था और प्रमोशन को कामयाब बनाने के लिए धूमधाम का इंतजाम किया गया था। यहां खूब हंसी-ठिठोली हुई। 10 अप्रैल 2021 देर रात शनाया, पेरेंट्स के साथ घर पहुंचीं। थकान इस कदर थी कि वो सीधे कमरे में गईं और सो गईं। पेरेंट्स ने भी यही किया। अगली सुबह जब सबकी नींद खुली तो शनाया का भाई राकेश कहीं नजर नहीं आ रहा था। आमतौर पर वो बिना इत्तेला दिए कहीं जाता नहीं था। नाश्ते का समय हुआ, लेकिन राकेश की अब भी कोई खबर नहीं थी। मां सोनिया काटवे ने फिक्रमंद होकर राकेश को कॉल किया, तो बेल गई, लेकिन किसी ने कॉल नहीं उठाया। शाम होने को थी, परिवार ने आसपास के सभी रिश्तेदारों और राकेश के दोस्तों से पूछताछ की, लेकिन कोई कुछ नहीं जानता था। आखिरकार परिवार ने थक-हारकर उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई। क्योंकि ये एक हाईप्रोफाइल मामला था, इसलिए पुलिस ने तत्काल उसकी तलाश शुरू कर दी। 12 अप्रैल 2021 दोपहर का समय था। हुबली से करीब 12 किलोमीटर दूर देवरगुदीहल जंगल है। इस जंगल के सूनसान इलाके से गुजरते हुए एक राहगीर को सड़क किनारे एक अटपटी चीज दिखी। वो करीब पहुंचा, तो मंजर भयावह था। एक फटी हुई सी पन्नी में किसी शख्स का अधजला सिर पड़ा था, जिसकी आंखें खुली हुई थीं। राहगीर सहम गया, उसने तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में इसकी खबर दी। करीब आधे घंटे में पुलिस, फोरेंसिक टीम के साथ बताए गए पते पर पहुंची। कटे हुए सिर के पास ही एक खून से सना कपड़ा भी मिला। पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो कुछ कदमों की ही दूरी पर उन्हें एक कुआं मिला। कुएं में झांका गया तो वहां धड़ था। आसपास के इलाके से शरीर के कुछ और टुकड़े भी मिले। खबर फैलते ही जंगल के आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई। कटे हुए सिर की तस्वीरें सभी नजदीकी पुलिस स्टेशन में भेजी गई। ये तस्वीर उस पुलिस स्टेशन तक भी पहुंच गई, जहां एक्ट्रेस शनाया कपूर के भाई राकेश काटवे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज थी। उम्र, कद-काठी और जमा करवाई गई तस्वीरों से पुलिस को शक हुआ कि कहीं ये लाश के टुकड़े राकेश काटवे के तो नहीं। उन्होंने तुरंत शनाया और उसके परिवार को पहचान करने के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया। जैसे ही सिर की तस्वीरें शनाया के पिता को दिखाई गईं, वो बेसुध फर्श पर गिर पड़े। कुछ देर बाद होश आया तो वो फूट-फूटकर रोने लगे। वो तस्वीर उनके लाडले बेटे राकेश की ही थी। उन्होंने हाथों की उंगलियों से धड़ की भी पहचान कर ली थी। डीएनए टेस्ट से बाकी शरीर की भी पुष्टि हुई। हर किसी का सवाल बस यही था कि एक नौजवान लड़का, जिसकी न तो किसी से कोई दुश्मनी है और न ही वो किसी गलत संगत में, ऐसे लड़के की इस बर्बरता से हत्या आखिर कौन और क्यों करवा सकता है। हुबली पुलिस ने सर्च टीम बनवाईं और जांच तेजी से शुरू कर दी। पुलिस ने राकेश के करीबियों की एक लिस्ट तैयार की और उसके कॉल रिकॉर्ड्स भी निकलवाए। जंगल के आसपास सर्च ऑपरेशन में पुलिस को दो गाड़ियां मिलीं। दोनों कार की पिछली सीट्स में कुछ खून के धब्बे थे। पहली कार अमन गिरानीवाले नाम के शख्स के नाम पर रजिस्टर थी और दूसरी लाल स्विफ्ट थी एक्ट्रेस और राकेश की बड़ी बहन शनाया काटवे की। 15 अप्रैल को पुलिस ने शनाया से पूछताछ की, लेकिन उसके पास इस बात का कोई सटीक जवाब नहीं था कि आखिर उसकी कार जंगल तक कैसे पहुंची। उसे छोड़ दिया गया, लेकिन पुलिस ने उसे संदिग्ध की लिस्ट में जोड़ लिया। दो दिन बाद 17 अप्रैल को दूसरी कार के मालिक अमन की गिरफ्तारी हुई। अमन गिरानीवाले (19) ने पुलिस की सख्ती होने पर बताया कि उसने राकेश काटवे की हत्या में नियाज अहमद (21) का साथ दिया था। उसने ये भी बताया कि इस हत्या में 2 लड़के तौसीफ चन्नापुर (21) और अल्ताफ मुल्ला (24) भी शामिल थे। 18 अप्रैल को पुलिस ने नियाज अहमद, तौसीफ और अल्ताफ को गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी ने केस की सभी परतें खोलकर रख दीं। पुलिस कस्टडी में नियाज अहमद ने हत्या की बात कबूल कर ली और साथ ही बताया कि इस हत्याकांड का मास्टर माइंड कोई और नहीं बल्कि राकेश की बहन शनाया काटवे है। शनाया ने ही नियाज को राकेश की हत्या के लिए कहा और साथ ही पूरा प्लान भी बनाया। नियाज के कबूलनामे के बाद 22 अप्रैल 2021 को शनाया काटवे की गिरफ्तारी हुई। वही शनाया जो पिछले 2 हफ्तों से भाई राकेश को ढूंढने का ढोंग कर रही थी। गिरफ्तारी के बाद शनाया खुद को बेगुनाह बताती रही, लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे वो भी टूट गई और गुनाह कबूल कर लिया। क्या थी हत्या और साजिश की वजह? शनाया के इकबाल-ए-जुर्म के अनुसार, उसका 21 साल के नियाज अहमद से अफेयर था। दोनों अक्सर साथ समय बिताया करते थे। एक रोज भाई राकेश को इसकी भनक लग गई। नियाज मुस्लिम था, तो राकेश ने बहन को खूब समझाया कि वो उससे रिश्ता खत्म कर ले। शनाया ने शुरुआत में तो भाई की बात मान ली, लेकिन कुछ दिनों बाद वो फिर नियाज से मिलने लगी। इस बार जब भाई को खबर लगी, तो उसने सख्ती से शनाया को हिदायत दी कि अगर उसने नियाज के रिश्ता खत्म नहीं किया तो अंजाम बुरा होगा। दोनों के बीच आए दिन इस बात पर झगड़े होते थे। शनाया ने भाई की कई समझाइश के बावजूद नियाज से दूरी नहीं बनाई, तो भाई ने पेरेंट्स को इसकी खबर दे दी। घर में खूब हंगामा हुआ। इस बात से शनाया को काफी ठेस पहुंची थी। वो नियाज के लिए इस कदर जुनूनी थी कि उसने भाई को ही रास्ते से हटाने की साजिश रच दी। इस साजिश में उसने बॉयफ्रेंड नियाज अहमद को मोहरा बनाया। प्लान के मुताबिक ही 9 अप्रैल को राकेश काटवे की हत्या उसी के घर में की गई। शनाया ने सूझबूझ से 9 अप्रैल को ही फिल्म की प्रमोशनल पार्टी रखी, जिससे उसका इस मामले से नाम न जुड़े। पार्टी में वो अपने साथ पेरेंट्स को ले गई। यहीं से उसने नियाज को कॉल कर खबर दी कि राकेश घर में अकेला है और वो लोग अगले दिन लौटेंगे। शाम करीब 7-7ः30 बजे के करीब शनाया ने भाई को कॉल कर कन्फर्म किया कि वो घर में है या नहीं। कन्फर्मेशन मिलते ही उसने नियाज को कॉल कर हरी झंडी दिखाई। वहीं दूसरी तरफ नियाज ने अपने दोस्तों तौसीफ और अल्ताफ को भी प्लान में शामिल कर लिया। तीनों करीब 8 बजे घर पहुंचे। राकेश ने दरवाजा खोला। वो कुछ समझ पाता उससे पहले तीनों ने उसे पकड़ लिया और गला दबाकर हत्या कर दी। कुछ देर में ही राकेश ने दम तोड़ दिया। अब बॉडी ठिकाने लगानी थी। तीनों ने साथ लाए सामान से घर में ही राकेश का गला काटा। शरीर के कई टुकड़े किए और बैग में भर लिया। प्लान के तहत शनाया की कार पहले ही नियाज के पास थी। नियाज और अल्ताफ शनाया की कार से और अमन अपनी कार से देवरगुदीहल जंगल के सूनसान इलाके में पहुंचे, जहां उन्होंने एक-एक कर शरीर के टुकड़े फेंक दिए। शनाया का असल भाई नहीं था राकेश पुलिस जांच में सामने आया कि राकेश, शनाया का असली भाई नहीं था। शनाया के जन्म के कुछ सालों बाद उसके पेरेंट्स ने एक रिश्तेदार से राकेश को गोद लिया था। उस समय वो महज 1 साल था। पेरेंट्स ने उसे सगे बेटे की ही तरह पाला था, लेकिन शनाया जानती थी कि वो उसका असली भाई नहीं है। कन्नड़ की पॉपुलर एक्ट्रेस थीं शनाया काटवे 20 दिसंबर 2000 में शनाया का जन्म कर्नाटक के हुबली में हुआ था। शनाया को बचपन से ही मॉडलिंग और एक्टिंग का शौक था। उसने कम उम्र में ही ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लेना शुरू कर दिया। उसने साल 2017 मिस इंडिया एलिगेंट में हिस्सा लिया, यहां उन्होंने मिस फोटोजेनिक और मिस इंटरनेशनल का टाइटल हासिल किया। इसके बाद उन्हें मॉडलिंग के कई प्रोजेक्ट मिलने लगे। आगे वो कालिया इंटरनेशनल मॉडलिंग एजेंसी से जुड़ीं। मॉडलिंग से पॉपुलर होने के बाद शनाया ने इदम प्रेमम जीवनम से कन्नड़ सिनेमा में डेब्यू किया था। ये फिल्म खास कमाल नहीं दिखा सकी। यही वजह रही कि उन्होंने एक्टिंग और मॉडलिंग करियर से ब्रेक लेकर इंडियन एयरलाइन स्पाइसजेट में बतौर केबिन क्रू काम करना शुरू कर दिया। इसी समय उन्हें एडल्ट कन्नड़ फिल्म ओंदु घंटैया काठे मिल गई। फिल्म मिलते ही उन्होंने नौकरी छोड़ दी। ये फिल्म साल 2021 में रिलीज हुई थी।
कन्नड़ एक्ट्रेस शनाया, जिसने भाई के टुकड़े करवाए:कटा सिर जंगल में, धड़ कुएं में मिला, मुस्लिम बॉयफ्रेंड था वजह; फिल्म प्रमोशन पर निकलकर रची साजिश
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