करनाल की रहने वाली एक विवाहिता ने सोनीपत के गोहना के रहने वाले ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए है। विवाहिता का आरोप है कि रोका से लेकर बेटी के जन्म तक उसे लगातार दहेज के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। शादी में लाखों का खर्च और गहनों के बावजूद ससुराल वालों की मांगें बढ़ती चली गईं। आरोपी पति फिलहाल आबूधाबी में नौकरी कर रहा है, जबकि युवती अपनी नवजात बेटी के साथ करनाल स्थित मायके में रह रही है। पुलिस ने तीन नामजद लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। रोके में ही चढ़ा दिया 70 हजार का खर्च, फिर भी नहीं मिली इज्जत
विवाहिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 18 फरवरी 2023 को उसका रोका हुआ था। इस दौरान ससुराल वालों को कुल 70 हजार रुपये के गिफ्ट, नकद राशि, सूट और मिठाई आदि दी गईं। उसके बाद भी शादी से एक दिन पहले गहनों, नकद और कपड़ों के रूप में लगभग 2 लाख से अधिक की चीजें दी गईं। 26 अक्टूबर को हुई थी शादी, 40 लाख खर्च के बावजूद ताने सुनने पड़े
पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी शादी 26 अक्तूबर 2023 को गोहना के रहने वाले सन्नी के साथ करनाल के हेरिटेज लॉन में हिंदू रीति-रिवाजों से हुई थी। आरोप है कि इस शादी में उसके माता-पिता ने लगभग 40 लाख रुपये खर्च किए। फिर भी ससुराल में सास और ननद उसे लगातार ताने देती थीं कि वह गाड़ी और पर्याप्त सोना नहीं लाई। उसे भूखे नंगे घर की लड़की कहकर अपमानित किया जाता था। शराब के नशे में करता था मारपीट, पूरी सैलरी छीन लेता था पति
विवाहिता ने आरोप लगाया कि उसका पति सन्नी कुमार शराब के नशे में उसके साथ मारपीट करता था। ससुराल वालों के बहकावे में आकर वह बार-बार उसे प्रताड़ित करता था। उसकी नौकरी की पूरी सैलरी खुद रख लेता और उसे खुद के खर्च के लिए भी पैसे नहीं देता। पति ने टाटा पंच गाड़ी ली हुई थी और उसकी किश्तों के लिए ससुराल वाले मायके से 2 लाख रुपये लाने का दबाव बनाते रहे। लोहड़ी पर मांग लिया था सोना, इनकार पर माता-पिता से किया झगड़ा
13 जनवरी 2024 को जब पीड़िता के माता-पिता लोहड़ी के अवसर पर ससुराल पहुंचे तो वे गिफ्ट के तौर पर सिर्फ कपड़े लेकर गए। लेकिन सास ने गहनों की मांग कर दी। जब इनकार किया गया तो ससुराल वालों ने झगड़ा किया और अपमानित किया। 11 अगस्त 2024 को पति के विदेश जाने से पहले पीड़िता के माता-पिता एक बार फिर गोहाना गए। वहां भी दहेज को लेकर झगड़ा हुआ। इसके बाद साक्षी को मायके ले आया गया। उसी दिन उसका पति आबूधाबी चला गया। 14 सितंबर 2024 को पीड़िता ने मायके में ही एक बेटी को जन्म दिया, जिसका नाम ईधा है। गर्भ में बेटा है या बेटी, इसका टेस्ट करवाने का डालते थे दबाव
विवाहिता ने बताया कि जब वह गर्भवती थी, तब ससुराल वाले उस पर दबाव बनाते थे कि वह टेस्ट कराए कि गर्भ में लड़का है या लड़की। बेटी के जन्म के बाद उनके व्यवहार में और अधिक क्रूरता आ गई। उन्होंने न तो कोई हाल-चाल लिया, न ही बच्चे का खर्चा भेजा। पीड़िता के मुताबिक शादी में जो गहने उसे पहनाए गए थे, वे बाद में उससे छीन लिए गए। असली गहनों की जगह उसे आर्टिफिशियल मंगलसूत्र पहनाया गया। इस दौरान उसे मानसिक और शारीरिक रूप से लगातार प्रताड़ित किया गया। अब नहीं जाना चाहती ससुराल, जान का खतरा बताया
पीड़िता ने साफ कर दिया है कि वह अब ससुराल नहीं जाना चाहती क्योंकि उसे ससुराल वालों से जान का खतरा है। उन्होंने कई बार जान से मारने की धमकियां भी दीं। पीड़िता ने पति, सास और ननद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पीड़िता की शिकायत के आधार पर सेक्टर-32-33 थाना में मामला दर्ज हुआ है। जांच अधिकारी कुसुम ने बताया कि ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
करनाल की बेटी के साथ सोनीपत में जुल्म:रोके से लेकर बेटी के जन्म तक हुई दहेज की मांग, शादी से पहले दिए लाखों रुपए और जेवरात
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