करनाल जिले में नीलोखेड़ी से पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदार और सीनियर नेता प्रो. राजेश वैध ने कहा कि कांग्रेस अपने संगठन सृजन को लेकर पूरी तरह से सक्रिय है। करनाल जिला की पांचों विधानसभाओं में एआईसीसी के पर्यवेक्षक विधायक बूवन कापड़ी और पर्यवेक्षक कैलाशों सैनी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रही है और कार्यकर्ताओं के साथ रायशुमारी के बाद ही जिला अध्यक्षों का चयन होगा। मजबूती का सबसे बड़ा कारण पत्रकारों से बातचीत के दौरान राजेश वैध ने कहा कि संगठन में नए और ऊर्जावान चेहरों को मौका देने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने जिला अध्यक्ष के लिए 35 से 55 साल की उम्र सीमा तय की है। यह फैसला न सिर्फ कार्यकर्ताओं बल्कि संगठन की मजबूती का सबसे बड़ा कारण बनेगा। सबकी यही कोशिश है कि कांग्रेस का संगठन न केवल मजबूत हो, बल्कि उसमें नई पीढ़ी के नेताओं को भी आगे लाया जाए। गरीबों की आवाज उठाना पहला काम प्रो. राजेश वैध ने स्पष्ट किया कि वे पिछले पांच सालों से लगातार फील्ड में सक्रिय हैं और पार्टी के हर कार्यक्रम में अग्रिम पंक्ति में खड़े नजर आते हैं। चाहे धार्मिक या सामाजिक आयोजन हो, बीजेपी की नीतियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन हो या गरीब, मजदूर, किसान, व्यापारी और कर्मचारियों की आवाज उठानी हो, वे हर बार लोगों के साथ खड़े मिले हैं। जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी जिसको भी दी जाएगी, वह पार्टी को मजबूत करने का कार्य करेगा। साथ ही सभी नेताओं और कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष के साथ मिलकर चलेंगे। संगठन में नई जान फूंकने का बेहतरीन अवसर राजेश वैध से जब सवाल किया गया कि क्या वे भी जिलाध्यक्ष की दौड़ में शामिल है, तो उन्होंने कहा कि वे पार्टी के कर्मठ सिपाहियों में से एक है। लोगों के बीच गहरा जुड़ाव है। अगर पार्टी उन पर विश्वास जताती है और उन्हें जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपती है, तो वे पूरी निष्ठा और ताकत के साथ पार्टी को और मजबूत करने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि संगठन में नई जान फूंकने का यह बेहतरीन अवसर है। ये मौका जिसको भी मिलेगा, वह जनता का सेवक और कार्यकर्ताओं का साथी बनकर काम करेगा।
करनाल में कांग्रेस जिलाध्यक्ष के लिए उम्र सीमा तय:राजेश वैध बोले–मजबूत होगा संगठन, नए नेताओं को भी आगे लाया जाए
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