करनाल में घरौंडा के गांव गुढा में शनिवार को भारतीय किसान यूनियन की बैठक हुई। जिसमें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सेवा सिंह आर्य ने बिजली, पानी, खाद और दवाई से जुड़ी समस्याएं उठाईं। मांग की गई कि नकली खाद-बीज बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई हो। बैठक में सात प्रमुख मांगें रखी गईं, जिनमें लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य, बिना ब्याज कर्ज, बिजली कट से राहत, नहरों में समय से पानी, पीएम किसान योजना की राशि 6 हजार से बढ़ाकर 18 हजार करना और खेत में मौत होने पर 15 लाख मुआवजा शामिल हैं। बैठक में कई किसानों ने भाग लिया और सरकार से समाधान की मांग की। धान की फसल से जुड़ी समस्याओं पर जोर बैठक में मुख्य रूप से धान की फसल से जुड़ी दिक्कतों पर चर्चा हुई। किसानों ने बताया कि उन्हें बिजली, पानी, खाद और दवाइयों की भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कई बार बिजली में बार-बार कट लगने से ट्यूबवेल नहीं चल पाते और समय पर पानी न मिलने से धान की फसल प्रभावित होती है। इसके अलावा नकली खाद, बीज और दवाइयों की बिक्री पर भी चिंता जताई गई। किसानों ने मांग की कि ऐसे दुकानदारों पर सख्त कार्रवाई की जाए जो नकली सामग्री बेचकर किसानों की मेहनत पर पानी फेरते हैं। बैठक में रखी गई 7 प्रमुख मांगें… किसानों की मांगों को गंभीरता से सरकार बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सेवा सिंह आर्य ने कहा कि सरकार को किसानों की मांगों को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो यूनियन सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने नकली खाद-बीज बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग दोहराई। यूनियन नेताओं ने कहा कि किसानों की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है और यदि सरकार ने जल्द इन समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। साथ ही हर गांव में इसी तरह की बैठकें कर किसानों को संगठित किया जाएगा।
करनाल में किसान यूनियन की बैठक:बिजली-पानी की समस्या से परेशान लोग, पीएम किसान योजना में 18 हजार रुपए की मांग
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