करनाल के मुनक गांव में एक महिला की कोबरा सांप के काटने के 9 दिन बाद मौत हो गई। महिला को 3 जून को उपले और घास उठाते वक्त जहरीले सांप ने काटा था। उसे पहले स्थानीय अस्पताल और फिर करनाल के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां नौ दिन तक इलाज चला, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि समय रहते सही इलाज या PGI रेफर किया जाता, तो महिला की जान बचाई जा सकती थी। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। लेफ्ट हैंड के उंगली पर हुई थी स्नेक बाइट मृतका की पहचान 38 वर्षीय सरोज पत्नी राजेश शर्मा के रूप में हुई है, वह मुनक गांव की रहने वाली थी। जिसके पास दो बच्चे है। मृतका के भाई सुरेश शर्मा ने बताया कि 3 जून को उपले व घास साफ करने के दौरान सरोज को किसी जहरीले जीव ने हाथ पर काटा था। जिसके बाद उसको अस्पताल भी लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने किसी भीरड़ द्वारा काटे जाने की बात कही। घटनास्थल पर कोबरा सांप देखा गया जहां पर महिला को जहरीले जीव ने काटा था, वहां पर एक घंटे बाद ही कोबरा सांप देखा गया, जिसके बाद स्नैकमैन को बुलाया गया और सांप जिंदा पकड़ लिया। डॉक्टरों को बताया भी गया कि सांप ने काटा है, उसके बावजूद भी प्राइवेट अस्पताल वाले महिला का ढंग से इलाज नहीं कर पाए। गाय की सेवा में लगी रहती थी महिला मृतका के भाई सुरेश शर्मा ने बताया कि उसकी बहन ने एक गाय पाल रखी थी और उसकी सेवा में लगी रहती थी। सांप के काटने के जब स्थानीय अस्पतालों में बात नहीं बनी तो हम उसे करनाल के दुआ अस्पताल में लेकर आए। जहां पर डॉक्टरों ने हमें बताया कि कोबरा सांप ने काटा है। जिसका इलाज वे कर देंगे। दुआ अस्पताल में उसकी बहन तड़प तड़प के मरी है। डॉक्टरों देते रहे दिलासा हमने अस्पताल वालों को कहा था कि अगर आपके बस में इलाज करना नहीं है तो इसे पीजीआई रेफर कर दो, लेकिन उन्होंने दिलासा दिया कि हम इलाज कर देंगे, लेकिन वह 9 दिन तक ऐसे ही तड़पती रही। डॉक्टरों ने पूरी फीस ली, लेकिन उसको बचा न सके।
करनाल में कोबरा के काटने से महिला की मौत:9 दिन तक चला इलाज; उपला उठाते समय हादसा, दो बच्चों की मां
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