करनाल में चर्च से सटी जमीन पर विवाद:डीएसपी कार्यालय में दोनों पक्ष तलब, पुलिस बल मौके पर तैनात

by Carbonmedia
()

करनाल जिले के नीलोखेड़ी की गोल मार्केट के पास स्थित चर्च से सटी एक जमीन को लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है। बुधवार को एक बार फिर भारी पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया, जहां स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी भी पहुंचे। पुलिस ने दोनों पक्षों को डीएसपी कार्यालय में बुलाकर सुनवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। खरीदार ने की सुरक्षा की मांग वहीं जमीन के खरीदार मोहित मल्होत्रा और विक्रेता आशीष मसीह करनाल पहुंचे और एसपी गंगाराम पूनिया से मुलाकात कर सुरक्षा की मांग की। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर फर्जी दस्तावेज तैयार करने और अवैध कब्जे के आरोप लगा रहे हैं। एसपी से लगाई न्याय की गुहार जमीन बेचने वाले आशीष मसीह और खरीदार मोहित मल्होत्रा ने एसपी से मिलकर बताया कि कुछ लोग विशेष धर्म की आड़ में जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे वैध तरीके से बेचा जा चुका है। आशीष ने एसपी को बताया कि उन्हें जान का खतरा है। वे पिछले पचास सालों से यहां रह रहे हैं और इस जमीन पर कभी चर्च या पास्टर हाउस नहीं रहा। उनके पास सारे वैध दस्तावेज हैं और यह सौदा पूरी तरह कानून के दायरे में किया गया है। 1981 से मसीह परिवार के नाम थी जमीन यह जमीन वर्ष 1981 में मर्कुस मसीह पुत्र सीता मसीह ने खरीदी थी। उनके निधन के बाद परिवार ने 31 मार्च 2025 को यह जमीन अरुण कुमार और मोहित मल्होत्रा को बेच दी। इसके दो दिन बाद यानी 2 अप्रैल से कुछ लोगों ने इस पर विवाद शुरू कर दिया। मोहित ने बताया कि प्रशासन से भी उन्हें जमीन की मालिकाना हक की पुष्टि मिल चुकी है, लेकिन जब भी वे निर्माण कार्य शुरू करते हैं, कुछ लोग धर्म के नाम पर रुकावट डालते हैं और धमकियां दी जाती हैं। फादर बोले-जमीन धार्मिक स्थल की श्रेणी में वहीं दूसरी ओर चर्च के फादर बेंजामिन फ्रेंकलिन का कहना है कि यह जमीन धार्मिक स्थल की श्रेणी में आती है और चर्च के असली दस्तावेज उनके पास मौजूद हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग न केवल चर्च की जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं, बल्कि इसके फर्जी कागजात बनाकर इसे किसी अन्य को बेचने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह परिवार कई वर्षों से चर्च को परेशान कर रहा है। पुलिस और प्रशासन ने अब तक दी क्लीन चिट मामले में प्रशासन और पुलिस कई बार जांच कर चुके हैं। एसएचओ राजपाल सिंह ने कहा कि यह जमीन चर्च की नहीं है और कागजों में जिसका नाम दर्ज है, वही कानूनी रूप से मालिक है। उन्होंने बताया कि दूसरे पक्ष को अपनी बात रखने और दस्तावेज दिखाने के कई मौके दिए गए, लेकिन वे कोई वैध कागजात पेश नहीं कर सके। पुलिस के दोनों पक्षों को पेश करने के निर्देश डीएसपी बिक्रमजीत सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और दोनों पक्षों को अपने कार्यालय में बुलाया। पुलिस के मुताबिक यहां पर दोनों पक्षों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी-अपनी मलकियत से संबंधित दस्तावेज पेश करें, ताकि मामले का समाधान हो सके। नीलोखेड़ी चौकी प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि स्थिति को देखते हुए पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया है और विवाद को शांतिपूर्वक सुलझाने की पूरी कोशिश की जा रही है।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment