करनाल में एक निजी नर्सिंग होम में डिलीवरी के कुछ देर बाद नवजात बच्ची की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि बच्ची को जन्म के बाद ठीक से सांस नहीं आ रही थी, इसके बावजूद उसे बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के ही करनाल रेफर कर दिया गया। परिजन बच्ची को लेकर करनाल के प्राइवेट अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने के बाद निसिंग थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दोपहर 1.20 बजे हुई थी डिलीवरी, डॉक्टरों ने बताया- बच्ची रो नहीं रही है
गोंदर गांव निवासी रविंद्र ने बताया कि वह रविवार को अपनी गर्भवती पत्नी खुशबू को डिलीवरी के लिए एक निजी नर्सिंग होम लेकर आया था। दोपहर 1.20 बजे बच्ची का जन्म हुआ। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची रो नहीं रही है, लेकिन उसकी धड़कन चल रही है, इसलिए तुरंत उसे करनाल ले जाना होगा। रविंद्र का कहना है कि डॉक्टरों ने ऑक्सीजन लगाने की बात कही थी, लेकिन जब वे गाड़ी लेकर पहुंचे तो बच्ची को बिना ऑक्सीजन के ही उनके हवाले कर दिया गया। रविंद्र ने बताया कि वे बच्ची को लेकर करनाल भागे और पहले प्राइवेट अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां डॉक्टरों ने नवजात को मृत घोषित कर दिया। रविंद्र ने कहा कि डॉक्टरों ने लापरवाही की और उसी के कारण उसकी बच्ची की जान गई। उनका यह दूसरा बच्चा था। उन्होंने बताया कि पहले बच्चे की डिलीवरी भी इसी नर्सिंग होम में हुई थी और उस समय भी जच्चा में खून और पानी की कमी थी, लेकिन तब डिलीवरी यहीं सफलतापूर्वक हुई थी। इस बार भी वे भरोसे के चलते वहीं आए थे। डॉक्टर नेहा गर्ग बोलीं- बच्ची की हालत पहले से गंभीर थी, ऑक्सीजन लगाई थी
नर्सिंग होम की डॉक्टर नेहा गर्ग ने इन आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने बताया कि रविंद्र अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए लेकर आए थे और सभी जांच पहले ही यहीं कराए गए थे। जांचों में खुलासा हुआ था कि महिला में पानी की कमी है और पानी चढ़ाना पड़ेगा, लेकिन रविंद्र ने उस समय मना कर दिया था। रविवार को जब महिला को लेबर पेन शुरू हुआ तो हमने बता दिया कि बच्ची की हालत गंभीर हो सकती है। फिर भी उनकी रिक्वेस्ट पर डिलीवरी करवाई गई। डॉक्टर ने बताया कि बच्ची में हल्की सांसें थीं और उन्हें ऑक्सीजन भी लगाई गई थी। लेकिन अस्पताल में एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं थी और करनाल से मंगवाने में देरी हो सकती थी, इसलिए परिजन खुद की गाड़ी में बच्ची को लेकर रवाना हुए। निसिंग थाना में तैनात जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर आजाद सिंह ने बताया कि बच्ची की मौत की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। साथ ही सीएमओ करनाल से इस मामले में रिपोर्ट मंगवाई जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असल कारणों का पता चल पाएगा और उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
करनाल में डिलीवरी के बाद नवजात की मौत:परिजनों ने डॉक्टर पर लगाए लापरवाही के आरोप, बिना ऑक्सीजन के करनाल भेजी
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